उत्तर प्रदेश के अमेठी जिला के जगदीशपुर कस्बे में मंगलवार को दोपहर के वक्त दो पक्षों के बीच मामूली कहासुनी के बाद फायरिंग और बमबाजी शुरू हो गई। हिंसा में अशफाक (30) की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। अशफाक पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमेश विक्रम सिंह पर हमले का आरोपित था। लखनऊ में आईजी शिकायत विजय सिंह मीना ने बताया कि अशफाक की हत्या में बिहार के शूटरों का हाथ है।

पत्थरबाजी में एसपी के पीआरओ भी घायल हुए हैं। आईजी लोक शिकायत ने बताया कि इस मामले में छपरा के अमित चौबे और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है। मौके से एक हथगोला, कुछ कारतूस, तीन मैगजीन और दो पिस्टलें मिली हैं। अमेठी एसपी केके गहलौत ने एसओ जगदीशपुर जेबी पांडेय को लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी ने बताया कि प्रथमदृष्टया वह भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रहे। हिंसा के बाद लोगों ने पत्थरबाजी की। जानकारी मिलते ही डीएम शकुंतला गौतम और एसपी केके गहलौत मौके पर पहुंचे। हालात काबू में करने के लिए पीएसी बुलानी पड़ी। पुलिस को वारदात में शामिल अन्य बदमाशों की भी तलाश है। फिलहाल अमेठी के हालात सामान्य हैं।

NSA के तहत होगी कार्रवाई, दो लाख में हुई थी डील

एडीजी जोन लखनऊ ने बताया कि यह खूनी वारदात सरेबाज़ार दिनदहाड़े हुई थी इसीलिए इस घटना में शामिल आरोपियो के साथ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार, अशफाक की हत्या भाड़े के शूटर्स से कराई गई है इसके लिए आरोपी पक्ष की ओर से दो लाख सैतालिस हजार रुपये दिया गया जो अब पुलिस द्वारा रिकवर कर लिया गया है। अशफाक हत्याकांड में शामिल किए गए दो पिस्टल मय कारतूस को पुलिस ने बरामद कर लिया है।

बता दें कि हालात इस कदर बिगड़े कि उसे काबू करने में पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। हालात बेकाबू होते देख डीएम शकुंतला गौतम, एसपी केके गहलोत, आईजी और डीआईजी समेत एसडीएम अभय कुमार पांडेय, सीओ सूक्ष्म प्रकाश समेत आलाधिकारी पहुंचे और अशफाक के परिवारीजनों से मुलाकात कर पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी कराया। अधिकारियों ने विश्वास दिलाया कि जो भी तहरीर दी जाएगी, उसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान घटना कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों को भी सीएचसी जाने से रोक दिया गया था।

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