जिन बच्चों के कंधे पर बस्तों का बोझ होना चाहिए उन्हीं बच्चों से तस्करी जैसे संगीन अपराध कराए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है बहराइच जिले के थाना रुपइडिहा इलाके में, जहां बाॅर्डर पर एक नाबालिक को करोड़ों के स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया है। वहीं इस दौरान दो अन्य महिलाओं को भी एसएसबी ने गिरफ्तार किया है।
नेपाल बाॅर्डर से पकड़ा गया
जानकारी के मुताबिक बहराइच जिले के थाना रुपइडिहा इलाके में एसएसबी द्वारा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी बीच एक नाबालिक के पास से 70 ग्राम लगभग स्मैक बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि नेपाल ले जाते समय नाबालिक तस्कर धरा गया। इसी दौरान चेकिंग के तहत दो अन्य महिलाओं को भी एसएसबी ने पकड़ लिया जिनके पास से भी लगभग 150 ग्राम स्मैक (मादक पदार्थ) बरामद की गई थी।
सवा दो करोड़ की बरामद स्मैक की कीमत
बता दें कि नाबालिक तस्कर के पास से पकड़ा गया 70 ग्राम की स्मैक की कीमत लगभग 70 लाख रूप्ये आंकी जा रही है। वहीं महिला तस्करों के पास से बरामद 150 ग्राम स्मैक की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रूपये बताई जा रही है। कुल बरामद किए गए 220 ग्राम की स्मैक की कुल कीमत सवा दो करोड़ रूपये आंकी गई है। चेकिंग अभियान के तहत महिला तस्कर नानपारा थाना पुलिस के हत्थे चढ़ी। भारत नेपाल सीमा से सटे नानपारा और बॉर्डर पर हुई नशे की खेप बरामद हुई है।
महिलाओं और बच्चों से कराई जा रही है तस्करी
मादक पदार्थों की नशा किस हद तक चढ़ा हुआ है कि तस्कर अपनी काली गाढ़ी कमाई तथा कम समय में अधिक से अधिक धन अर्जित करने हेतु किस प्रकार महिलाओं और बच्चों को प्रलोभन दिया जा रहा है इस मामले में देखा जा सकता है। तस्कर महिलाओं तथा बच्चों को कम समय में अधिक पैसे कमाने का जरिया बताकर उन्हें अपने जाल में फांसकर उनसे गैर कानूनी कार्य को कराने के लिए उकसाते रहते है। लोगों का कहना है कि सरकार को इस बात पर ध्यान देते हुए सार्थक प्रयास किए जाने के की कवायद करनी चहिए। अन्यथा आने वाली पीढ़ियां अंधकार की ओर जाएंगी और एक दिन नशे की बुरी लत में उलझ कर स्वयं तथा अपने परिजनों को भी भविष्य खराब करेंगे।