उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या है. इस समस्या के पूरा प्रदेश जूझ रहा है. पढ़े-लिखे युवाओं को सूबे में नौकरी के लिए भटकते हुए देखा जा सकता है. अधिकांश युवाओं को सरकारी भर्ती का पता नहीं चल पाता है और वो नौकरी से वंचित रह जाते हैं. यही कारण है कि अब यूपी सरकार इस दिशा में कदम उठाने जा रही है.
योगी सरकार ने बेरोजगारों का पंजीकरण श्रम सेवायोजन कार्यालय के अलावा डाक विभाग में भी कराने का निर्णय लिया है। यह प्रक्रिया एक अप्रैल से लागू होगी। हालाँकि अभी डाक घरों में पंजीकरण के लिए टूल और पैकेज नहीं पहुँच पाए हैं.
तैयार किया जायेगा बेरोजगार युवाओं का डाटाबेस:
- डाक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार ने अब डाक विभाग में भी बेरोजगारों का पंजीकरण कराने का निर्णय लिया है।
- इसके माध्यम से बेरोजगार युवाओं का पंजीकरण किया जायेगा, जिसमें नाम, पता, क्वालिफिकेशन, ईमेल आईडी, वर्तमान फ़ोन नंबर आदि सभी जरुरी जानकारी रहेगी.
- जरुरत पड़ने पर सरकारी या गैर-सरकारी दोनों प्रकार के विभाग इस डाटा की मदद से बेरोजगारों को नौकरी के अवसर के लिए संपर्क कर सकेंगे.
- फिर भी डाक घरों में अभी इस प्रक्रिया के लिए मशीनरी नहीं पहुँच पायी है और डाक विभाग टूल और पैकेज का इंतजार कर रहा है.
- शुरुआती चरण में मुख्य डाक घरों में ये प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- यह प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है.
- निश्चित अंतराल पर एक रोजगार मेले का आयोजन भी किया जायेगा और कंपनियां अपनी जरुरत के मुताबिक अभ्यर्थियों का चयन कर सकेंगी।