नवरात्र में जहां एक ओर देवियों की पूजा हो रही है। वहीं जिला जेल में निरुद्ध एक कुवांरी लड़की को गर्भवती होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सवाल उठ रहा है कि लड़की के पैदा होने वाले बच्चे के बाप को क्या नाम दिया जाएगा। यह लड़की उस पाखंडी बाबा को भूली नहीं है जिसने उसके साथ मुंह काला किया था। उसके अपने पापा-मम्मी ने ही उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने दी। इस लड़की जिन्दगी की राह उस समय और मुश्किल में फंस गई। जब वह भाई की हत्या में फंसने के बाद जेल भेज दी गयी थी।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
यह घटना 29 अगस्त 2017 की है। जब हैवतपुर गढ़िया के पुलिस चौकीदार भूरे की बेटी रामा (नाम काल्पनिक) के भाई अनुपम कठेरिया उर्फ अमन की हत्या के मामले में जेल जाना पड़ा था। अनुपम टैक्सी चलाने का काम करता था। रामा गांव के बाहर सब्जी बेंचने जाती थी जिसका अनुपम विरोध करता था। उस दिन भी भाई-बहन में इसी बात पर विवाद हुआ था और आक्रोश में लड़की ने अपने भाई के सीने पर चाकू मार दिया था जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। बाद में पिता भूरे की तहरीर पर भाई की गैर इरादतन हत्या के मामले में कृष्णा कुमारी को जेल भेज दिया गया था। जिला जेल में प्रसव पीड़ा की शिकायत पर लड़की को लोहिया महिला जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां डॉक्टरों ने बताया कि कुंवारी लड़की गर्भवती है और उसका प्रसव काल पूरा हो गया है।
प्रेत-बाधा बताकर बाबा ने किया रेप
लोहिया अस्पताल में युवती ने बताया कि उसे कभी-कभी दौरे पड़ने की शिकायत थी। उसके पिता उसको पांचाल घाट पर रहने वाले एक ‘बाबा’ के पास इलाज के लिए लेकर गए। बाबा ने युवती पर प्रेत-बाधा बताकर कहा कि लंबी पूजा करनी पड़ेगी। इलाज के लिए युवती को अकेले आश्रम में छोड़ जाने को कहा। इस पर पिता ने युवती को बाबा के पास छोड़ दिया। बाबा ने उसे कोई दवा खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
मुंह से काटा था हाथ का पंजा
पीड़िता ने बताया कि बाबा का एक हाथ पंजे के पास से कटा हुआ है। उसने घर आकर पिता को बाबा की हरकत के बारे में जानकारी दी थी लेकिन पिता ने उसकी बात पर विश्वास करने के बजाय उसे इलाज पूरा होने तक बाबा के पास जाने की जिद की। वह शिकायत करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पर गयी पर उसके मम्मी-पापा ने ही पुलिस को यह कह कर कार्रवाई करने से मन कर दिया कि लड़की पागल है। हालांकि जिला जेल अधीक्षक विक्रम सिंह पूरे प्रकरण की निगरानी कर रहे हैं।