उन्नाव DM ने बाढ़ग्रस्त गांवों का लिया जायजा, कहा- किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
उन्नाव
बांगरमऊ क्षेत्र में डीएम ने बाढ़ राहत केंद्रों और गंगा कटरी क्षेत्र के कई बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा कर जायजा लिया। उन्होंने केंद्र प्रभारियों से बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने और नावों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी अपना कार्य जिम्मेदारी से करें। बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करें।
बांगरमऊ क्षेत्र में भी गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे कटरी क्षेत्र के मल्लाहन पुरवा, कुशालपुरवा, धन्ना पूरवा, हरीगंज, भिखार पूरवा, भुड्डा, कुंसी, रतई पुरवा, भगवंत पुरवा, गढ़ेवा, बदले पूरवा आदि सहित करीब आधा सैकड़ा गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। कई गांव में घरों के अंदर पानी घुस गया है।
कटरी क्षेत्र में गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी से कट गए हैं। जिससे ग्रामीणों का आवागमन अवरुद्ध हो गया है। साथ ही कटरी निवासी तमाम परिवार अपनी गृहस्थी समेटकर पलायन को मजबूर हो गए हैं। तहसील प्रशासन द्वारा ब्लॉक बांगरमऊ क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त गांवों की निगरानी और राहत के लिए बिल्हौर मार्ग पर स्थित ग्राम जगतनगर में बाढ़ राहत केंद्र स्थापित किया गया है।
ग्राम जगत नगर में ही ब्लॉक गंज मुरादाबाद के बाढ़ग्रस्त गांवों का राहत केंद्र भी स्थापित है। बाढ़ राहत केंद्रों पर तैनात कर्मचारी प्रत्येक गांव पर निगाह बनाए हुए हैं और बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने में जुटे हैं। सोमवार को जिलाधिकारी अपूर्व दुबे ने गंगा नदी के तट पर स्थित ग्राम जगत नगर पहुंचकर बाढ़ राहत केंद्रों का निरीक्षण किया।
उन्होंने राहत केंद्रों के प्रभारी से बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने और प्रत्येक गांव के लिए एक नाव की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। जिसके बाद जिलाधिकारी ने बाढ़ ग्रस्त गांव फरीदपुर कट्टर, खैरूद्दीन पुर व कटरी गदनपुर आहार तथा कटरी अकबरपुर सेंग के कई मजरों में पहुंचकर बाढ़ का जायजा लिया और बाढ़ पीड़ितों को उनकी सुरक्षा तथा राहत पहुंचाने के लिए निर्देश दिया।
तहसीलदार दिलीप कुमार, बीडीओ सुरेंद्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र साहू, एडीओ पंचायत कौशल कुमार, ग्राम पंचायत अधिकारी विमल व सुभाष, लेखपाल विवेक कुमार कनौजिया व विनोद कुमार, बीडीओ गंजमुरादाबाद मुनीश चंद्र व ग्राम विकास अधिकारी ज्योत्स्ना त्रिपाठी सहित करीब दो दर्जन अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।