उन्नाव में हुए गैंगरेप के बाद पिता के पीट पीटकर हत्या के बाद भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर का कहना है कि मेेरे उपर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। युवती का आपसी पारिवारिक विवाद था। इस बावत आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिस पर भी इल्जाम लगाए जा रहे हैं वो व्यक्ति निर्दोष है और मैं उसे बचाने की कोशिश कर रहा हूॅं। इतना ही नहीं सत्ता के नशे में चूर इस विधायक की दबंगई को देखकर हर कोई हैरान है। बा देखने वाली बात ये होगी कि महिला सुरक्षा का दावा करने वाली योगी सर्कार किसकी सुरक्षा करती है अपने विधायक की या फिर पीड़ित महिला की ?
कवरेज करने वाले पत्रकार पर मुकदमा दर्ज
बता दें कि यूपी पुलिस की इस निमर्म, गैरजिम्मेदाराना व्यवहार और सत्ता की गुलामी कर रहे पुलिस वालों ने इंसाफ की आवाज को उठाने वालों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। युवती की इंसाफ की आवाज बनने वाले एक पत्रकार के ऊपर भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पत्रकार की गलती महज इतनी थी कि उसने इस मामले को प्रमुखता के साथ उठाया था। वहीं विधायक की अंधभक्ति में उन्नाव एसपी ने भी मीडिया पर हमला बोला है।
विधायक के दबंग भाई ने पेड़ से बांधकर पीटा था
मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली गैंगरेप पीड़िता के पिता जेल में संदिग्ध परिस्थियों में मौत है। रेप पीड़िता का आरोप है कि विधायक के दबंग भाई और उनके गुर्गे घर से उसके पिता को घसीटते असलहे के बल पर ले गए। जिसके बाद उन्हें पेड़ से बांध का जमकर पीटा गया था। उसके बाद उन्हें पुलिस की मिलीभगत से हवालात में बंद कर दिया गया, जहां इलाज अभाव में उसकी मौत हो गई। पीड़िता का कहना है कि जल्द ही उसे भी मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
घायल होने के बाद भी भेज दिया था जेल
मारपीट के बाद बुरी तरह से पिता के घायल होने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर निमर्मतापूर्वक जेल भेज दिया था। आरोप है कि विधायक के गुर्गों द्वारा पेड़ से बांधकर भी पीटा गया था। विधायक के दबाव में पुलिस ने एक साल से मुकदमा दर्ज नहीं किया था। न्याय न मिलने पर रविवार को पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने पहुंचा था।