उन्नाव रेप पीड़िता का भतीजा गायब,पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया।
पिछले साल दिसंबर में युवती की जला कर हत्या कर दी गई थी।
मुकदमे के सिलसिले में ट्रेन पकड़ने जाते समय घात लगाकर बैठे आरोपियों ने साथियों की मदद से जला दिया था।
रेप के आरोप में सजा काट रहे आरोपी जमानत पर छूट कर आये थे गाँव।
पीड़िता पर मुकदमा वापस लेने का बना रहे थे दबाव।
रेप पीड़िता के 7 वर्षीय भतीजे के गायब होने से फैली सनसनी।
बिहार थाना क्षेत्र में 5 दिसंबर 2019 को गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाकर उसकी हत्या कर दी गई थी. अब पीड़िता का लगभग 7 साल का भतीजा बीते 2 अक्टूबर से लापता है.जिसके बाद परिजनों ने मासूम की तलाश की लेकिन उसका कुछ पता पता नहीं चल सका। परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस प्रशासन को दी।रेप पीड़िता के भतीजे की लापता होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. एसपी आनंद कुलकर्णी, एडिशनल एसपी विनोद कुमार पांडे सहित आला अफसर गांव पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और बयान दर्ज किया है।वहीं पीड़िता की बहन कि तहरीर पर गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाकर करने हत्या में जिला कारागार उन्नाव में बंद मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी की मां, बुआ, दो युवकों और एक पड़ोस की महिला पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है.
पीड़ित परिवार की सुरक्षा में लगे सिपाहियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है
क्या है पूरा मामला ?
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में 5 दिसंबर 2019 को गैंगरेप पीड़िता की जिंदा जला कर हत्या कर दी गई थी।घटना उस समय हुई जब रेप पीड़िता केस की तारीख पर रायबरेली जाने के लिए सुबह घर से ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी जहाँ गौरा मोड़ के पास पहले से ही घात लगाए बैठे जमानत पर छुटे गैंगरेप के आरोपी हरि शंकर त्रिवेदी, किशोर, शुभम, शिवम और उमेश ने उसे घेर लिया और सिर पर डंडे से और गले में चाकू से वार कर घायल कर दिया।उसके बाद आरोपियों ने पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।आग लगने के बाद आरोपी फरार हो गए और पीड़िता एक किलोमीटर तक जलती हुई मदद के लिए चिल्लाती रही।जानकारी होने पर राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी जिसपर पुलिस ने पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुमेरपुर ले गए लेकिन हालात नाजुक होने पर जिसे जिला अस्पताल भेजा गया जहाँ से पीजीआई और फिर गंभीर हालत में एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई थी।
जिसके बाद प्रदेश और देश की राजनीति में बेटियों की सुरक्षा को लेकर भूचाल आ गया।
उन्नाव एसपी आन्नद कुलकर्णी का बयान
एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि 2 अक्टूबर शाम को थाना बिहार के एक गांव में बच्चे के गायब होने की सूचना मिली थी. परिवार द्वारा पांच लोगों पर आशंका व्यक्त की गई थी. उसी के आधार पर थाने में मामला पंजीकृत किया गया है, जिसमें 5 लोगों को नामजद किया गया है. इनमें से तीन महिला अभियुक्त, दो पुरुष अभियुक्त हैं. एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि यह भी तथ्य प्रकाश में आया है कि जो बच्चा गायब है वो दिसंबर महीने में हुई गैंगरेप घटना के पीड़िता के परिवार से है.पुलिस की चौदह टीमें लगा कर बच्चे की गहन तलाश की जा रही है।जगह जगह टीमें दबिश दे रही है।बच्चे की फ़ोटो जारी कर सूचना के संबंध में पम्फलेट भी वितरित कराए जा रहे हैं। बच्चे की तलाश में एक टीम रायबरेली भी गयी है।जल्द ही बच्चे की बरामदगी सुनिश्चित की जाएगी।
पीड़ित परिवार का क्या कहना है?
पिछले साल जिस लड़की को कथित तौर पर 5 लोगों ने आग के हवाले कर दिया था,उसकी बहन ने बताया कि ..
”2 अक्टूबर को हम लोग खेत चले गए थे. बच्चा घर पर था, जब हम घर पर लौटकर आए तो बच्चा वहां नहीं मिला. हमने इसके बाद उसकी तलाश शुरू की, हम थाने भी गए. वहां हमने एप्लिकेशन दी. अभी तक बच्चे का पता नहीं चला है. एक सुराग तक हाथ नहीं लगा है.”
उन्होंने प्रशासन पर भी आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा,
”प्रशासन हमें किसी से मिलने नहीं दे रहा है. हम लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर जाना चाहते हैं, मदद मांगना चाहते हैं. लेकिन प्रशासन ने कहा है कि वहां जाने का कोई फायदा नहीं, हम छानबीन कर तो रहे हैं, घर से बाहर मत निकलो.”