काश उन्नाव की हाईटेक पुलिस 80 दिन पहले ही चेत गई होती तो शायद उन्नाव रेप पीड़िता के पिता की जान बच गई। रेप पीड़िता का चाचा 19 जनवरी से सोशल मीडिया पर इंसाफ की गुहार लगा रहा था। लेकिन पूरी दुनिया में सोशल मीडिया (ट्विटर) पर खूब सुर्खियां बटोरने वाली यूपी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़िता के परिवार का कहना है कि अगर पुलिस ने तीन महीने पहले कार्रवाई की होती तो उनके परिवार का मुखिया जिंदा होता।
हालांकि पुलिस की लचर कार्रवाई के चलते पिछली 3 अप्रैल को पुलिस की निगरानी में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह और उसके गुर्गों ने पीड़िता के पिता और चाचा को बुरी तरह पीटा था। पुलिस ने इस मामले में गंभीर रूप से घायल पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया था। इसके बाद पीड़िता ने पिछली 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास के बाहर पूरे परिवार के साथ आत्मदाह का प्रयास किया।
इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया तब तक जेल में हिरासत के दौरान रेप पीड़िता के पिता की 9 अप्रैल को मौत हो गई। तब मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ लिया। इस मामले में सीएम योगी के निर्देश के बाद थाना प्रभारी माखी सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिस ने इस केस में चार लोगों को गिरफ्तार किया। मंगलवार सुबह लखनऊ क्राइम ब्रांच ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उधर पुलिस ने सुरक्षा के बीच पीड़िता के परिवार का अंतिम संस्कार करवा दिया। जिलाधिकारी उन्नाव ने पीड़ित परिवार को मिलने के लिए आज बुलाया था। वहीं पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच के लिए याचिका दायर की है।
#उन्नावगैंगरेप – विधायक कुलदीप सिंह पर रेप पीड़िता के चाचा ने पहले भी लगाए थे गंभीर आरोप, और विधायक की तरफ से पैरवी करने गए केपी सिंह ने कहा कि कुलदीप के ख़िलाफ़ जाओगे तो मारे जाओगे. @CMOfficeUP @PMOIndia @Uppolice @unnaopolice @dgpup pic.twitter.com/hAENbV2I7N
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मंगलवार को एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि उन्नाव गैंगरेप केस में यूपी सरकार ने SIT का गठन किया है। इस मामले में भाजपा विधायक से भी पूछताछ होगी। वहीं पीड़ित लड़की के पिता की संदिग्ध हालत में मौत के बाद प्रमुख सचिव गृह ने पुलिस को फटकार लगाते हुए मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है।
#उन्नावगैंगरेप मामले में ADG LO का बयान, ADG जोन लखनऊ की अध्यक्षता में एसआईटी का होगा गठन, पीड़ित पक्ष का जो आरोप था कि उनकी सुनी नही गई विधायक के दबाव में जिसके तहत ही एसआईटी का गठन किया गया है, इस मामले में विधायक से भी पूछताछ होगी. @lucknowpolice @Uppolice @dgpup @unnaopolice
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#उन्नावगैंगरेप मामले में ADG LO का बयान, जांच में विधायक के भाई के खिलाफ साक्ष्य मिले थे, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई। @lucknowpolice @Uppolice @dgpup @unnaopolice
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जेल में विधायक की दखल का खुलासा हुआ है। विधायक कुलदीप सिंह का रिश्तेदार है जेल में सप्लायर है। सप्लायर के पास जेल में राशन, सब्जी सप्लाई का ठेका है। बताया जा रहा है कि सप्लायर से भी पूछताछ होगी। आईजी रेंज लखनऊ भी मामले की जांच को देखेंगें।