यूपी-112का अभियान – त्योहारों पर शुरू हुआ ‘फोन उठाएं, 112 मिलाएं’-सड़क हो या रेल, घर हो या बाज़ार, पीआरवी हर जगह मदद को तैयार
प्रदेश भर के करोड़ों नागरिकों को त्योहारों केइस मौसम में कहीं भी किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए यूपी-112ने जागरूकता अभियान शुरू किया है. ‘फोन उठाएं, 112 मिलाएं’ नाम से शुरू हुएइस अभियान को प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया गया है. जागरूकता अभियान केअंतर्गत दो पहिया, चार पहिया और महिला पीआरवी को लगाया गया है. जो बाज़ारों, गली-मोहल्लों,रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, स्कूल, बैंक सहित अन्य सभी सार्वजनिक स्थानों पर जा करनागरिकों को यूपी-112 की विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत करा रहे हैं.
नंबर एक, सेवाएं अनेक विभिन्न प्रचारमाध्यमों से नागरिकों को बताया जा रहा है कि सिर्फ एक नंबर यूपी-112 पर कोई भी कभीभी कॉल कर के अथवा सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों पर सन्देश भेज कर पुलिस सहायता लेसकता है. पुलिस सहायता के अतिरिक्त 112 से फायर ब्रिगेड, एम्बुलेन्स, रेलवे पुलिसकी सहायता भी ली जा सकती है.
दूसरों की मदद के लिए भी मिलाएं यूपी-112 .प्रदेश भर से जागरूकनागरिकों द्वारा कॉल करके या सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से यूपी-112 परसूचना देकर दूसरों के लिए लगातार सहायता ली जाती है. जैसे सड़क दुर्घटना में घायलव्यक्तियों हेतु, आत्म हत्या का प्रयास, भटके/गुमशुदा बच्चों, बुजुर्गों एवंमहिलाओं से सम्बंधित सूचना आदि प्रमुख हैं. थर्ड पार्टी कॉलर की सूचना पर पीआरवीतत्काल मौके पर पहुँच कर सहायता पहुँचाने का कार्य करती है. पुलिसकर्मी दुर्घटनामें घायलों को एम्बुलेन्स या पीआरवी की मदद से तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जीवन रक्षणका कार्य करते हैं.
प्रशिक्षण में सिखाया जाता है जीवन रक्षण पीआरवी कर्मी किसी भीस्थिति में लोगों को मदद पहुंचा सकें, इसके लिए इनको समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदानकिया जाता है. प्रशिक्षण के दौरान कर्मियों को जीवन रक्षण के तरीकों से भी अवगतकराया जाता है. चाहे बारिश या गर्मी हो या हो सर्द रात, यूपी-112 के कर्मी हर मौकेपर बेहतर सामुदायिक पुलिसिंग की मिशाल पेश करते हैं.