उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोशिशें रंग लाने लगी है, समाजवादी सरकार की कामधेनु योजना के चलते प्रदेश दुग्ध उत्पादन में पहले स्थान पर पहुँच गया है।
देश में पहले नंबर पहुंचा उत्तर प्रदेश:
- सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में कामधेनु योजना के चलते यूपी देश में दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में पहले नंबर पर पहुँच गया है।
- अखिलेश यादव की कामधेनु परियोजना के चलते सूबे में दूध के उत्पादन में पिछले साल के उत्पादन से तीन गुना की वृद्धि हुई है।
- साथ ही इस योजना से बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
- साथ ही इस योजना के तहत बड़े और छोटे पशुपालकों और किसानों को लाभ पहुँच रहा है।
- साल 2015-16 में उत्तर प्रदेश 23.33 मिलियन टन उत्पादन के साथ भारत में पहले नंबर पर रहा।
अब वैश्विक स्तर की तैयारी:
- कामधेनु योजना के तहत मुख्यमंत्री अखिलेश दूध के क्षेत्र में यूपी को डेनमार्क की तर्ज पर विकसित करना चाहते हैं।
- इस योजना के जरिये प्रदेश के किसानों को कई सहूलियतें दी जा रही हैं।
- राज्य सरकार ने एफएमडी टीकाकरण में लगने वाली लेवी को माफ कर दिया है।
- जिसके चलते अच्छी नस्ल के पशु जो समाप्त हो रहे थे, उस स्थिति में अब बड़े पैमाने पर सुधार हो रहा है।
- डेरी संचालकों के अनुसार, सूबे की सरकार द्वारा चलाई जा रही कामधेनु डेयरी योजना से छोटे किसानों को भी बहुत लाभ हो रहा है।
- इस योजना से लोगों को घर पर ही रोजगार मिल रहा है।
- संचालकों के अनुसार, इस योजना को और बेहतर ढंग से चलाने के लिए प्रदेश सरकार को डेयरी से सम्बंधित उपकरण और मशीनों की खरीद पर सब्सिडी देने पर विचार करना चाहिए।
- उपकरणों को पंजाब से मंगाना पड़ता है, जो कि काफी खर्च वाला काम होता है।
- इस योजना के तहत आगरा की दयालबाग यूनिवर्सिटी में विश्व स्तर की डेयर खोली गयी है।
- समाजवादी सरकार कामधेनु योजना के चलते मैनपुरी में एक्सप्रेस-वे पर प्रदेश का सबसे बड़ा दूध उत्पादन केंद्र खोलने की योजना बना रही है।
- दुग्ध उत्पादन में नंबर एक होने के बाद प्रदेश में छोटे-बड़े किसानों और पशुपालकों के लिए कई अवसरों के रास्ते खुल गए हैं।
- पशुधन विभाग की ओर से पशुपालकों को गाय-भैंस की खरीद के लिए आर्थिक से लेकर हर तरह की मदद करती है।
- सरकार द्वारा कामधेनु योजना के तहत ऋण की सुविधा भी दी जा रही है।
- कामधेनु स्थापित करने के लिए किसानों को 32 लाख रुपये की सरकारी मदद भी मिलती है।
- सूबे के इटावा से सैफई जाने वाली सड़क पर ‘नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड’ की 5 लाख लीटर क्षमता वाली योजना ‘मदर डेयरी’ के मई से शुरू की जाएगी।
- जिसके शुरू होते ही आसपास के जिलों में करीब एक लाख छोटे किसानों को दूध बेचने के संकट से छुटकारा मिल जायेगा।
- दूध उत्पादन में उत्तर प्रदेश के पहले नंबर आने से ही सूबे में नए अवसर खुलने लगेंगे।
- दूध कंपनी अमूल राजधानी लखनऊ में सुल्तानपुर रोड पर चक गंजरिया में 210 करोड़ रुपये की लागत से करीब पांच लाख लीटर क्षमता वाले प्लांट का निर्माण करेगी।
- अमूल कंपनी यूपी में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी।
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Divyang Dixit
Journalist, Listener, Mother nature's son, progressive rock lover, Pedestrian, Proud Vegan, व्यंग्यकार