यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू हो रही है। यह परीक्षाएं 1 माह से अधिक समय तक चलेंगी और 21 अप्रैल को खत्म होगी। लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही बड़ी लापरवाही देखने को मिलने लगी है। परीक्षा केंद्रों पर अब तक निरीक्षकों की नियुक्ति पुख्ता नहीं की जा सकी है।
निरीक्षकों की तैनाती में हो रही देरी
- प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस बार यूपी बोर्ड के 150 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
- इन केंद्रों पर करीब 5000 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होनी है।
- लेकिन परीक्षा शुरू होने में महज 17 दिन ही शेष है, फिर भी केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों की तैनाती नहीं हुई है।
- कई स्कूलों से निरीक्षकों के आईडी अब तक हस्ताक्षर होकर डीआईओएस ऑफिस नहीं पहुचे है।
- बता दें कि जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा बोर्ड परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के लिए नया प्रारूप जारी किया गया था।
- इसमें 6 बिंदुओं पर कक्ष निरीक्षक बनने वाले अध्यापको का ब्यौरा माँगा गया था।
- इनके आईडी कार्डो को विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा हस्ताक्षर करके डीआईओएस कार्यालय में 26 फरवरी तक भेजना है,
- लेकिन शनिवार तक कई स्कूलों ने डीआईओएस कार्यालय में काउंटरसाइन के लिए आईडी कार्ड नहीं भेजे हैं।
- ऐसे में कक्ष निरीक्षकों की तैनाती को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है।
- राजधानी के 150 परीक्षा केंद्रों पर 5000 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होनी है।
2017 का ये है फॉर्मेट
- डीआईओ एस. उमेश त्रिपाठी ने बताया की इस बार कक्ष निरीक्षकों को जिस आई कार्ड का वितरण किया जायेगा उसमे 6 बिन्दुओ को शामिल किया गया है।
- इसमें राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त और वित्त विहीन मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का 6 बिन्दुओ पर ब्यौरा माँगा गया है।
- इसमें शिक्षक के नाम से लेकरशिक्षक द्वारा वर्तमान में पढ़ाये जा रहे सब्जेक्ट की डिटेल शामिल होगी।
- परिचय पत्र पर शिक्षक की विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा सत्यापित फोटो भी होगी।
- परिचय पत्र को शिक्षक और प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर और मोहर के साथ डीआईओएस द्वारा काउंटर साइन करवाया जायेगा।
- इन परिचय पत्रों को डीआईओएस द्वारा काउंटर साइन करवाने के लिए 26 फरवरी तक डीआईओएस कार्यालय में जमा किया जाना है।
- इसके बाद ही निरीक्षकों को वैध परिचय पत्र वितरित किये जायेंगे।
- इन परिचय पत्रों को निरीक्षक डयूटी के दौरान अपने साथ रखेंगे।
- यदि कोई व्यक्ति बिना इस आई डी कार्ड के ड्यूटी करता पाया गया तो उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी।