उत्तर प्रदेश माध्यामिक शिक्षा परिषद् की वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं की शुरुआत हो चुकी है, जिसके तहत गुरुवार 30 मार्च को बोर्ड परीक्षाओं का 14वां दिन है। वहीँ यूपी बोर्ड में नक़ल रोकने में राज्य सरकार के सभी वादे धरे रह गए हैं।
नहीं लग पा रही है, नक़ल पर नकेल:
- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् की वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं की शुरूआत हो चुकी है।
- जिसके तहत गुरुवार को वार्षिक परीक्षाओं का 14वां दिन है।
- लेकिन इन 14 दिनों में भी बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के सरकार के दावे पूरी तरह से बेअसर रहे हैं।
- सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भी नक़ल को रोकना सरकार के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
- परीक्षा केन्द्रों में भारी मात्रा में नकलची पकड़े जा रहे हैं।
- इसके साथ ही फर्जी निरीक्षक द्वारा नकल, सामूहिक नक़ल आदि भी पकड़े जा रहे हैं।
- हालाँकि, सूबे में सरकार बदलने के बाद नक़ल पर रोक की उम्मीद थी।
- लेकिन सरकार जो प्रयास कर रही है, वो नाकाफी है।
इलाहाबाद में पकड़े गए नकलची:
- सूबे में अपनी पढ़ाई के लिए प्रसिद्ध इलाहाबाद जिला भी नक़ल माफियाओं की चपेट में बुरी तरह से आ चुका है।
- इलाहाबाद के गंगापार इलाके के स्कूलों में धड़ल्ले से नकल हो रही है।
- सूबे में नकल के स्तर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, अब तक करीब 5 लाख परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं।