भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर नकेल लगाकर भाजपा सरकार ने प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा दिया है। प्रदेश में सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने शिक्षा में छात्रोपयोगी सुधार की कोशिशें शुरू कर दी थीं। एक वक्त था जब यूपी बोर्ड की शिक्षा प्रणाली देश में सबसे प्रतिस्पर्धी थी और इस वजह से यहां पढ़ने वाले छात्रों को बड़े सम्मान की नजर से देखा जाता था।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा और बसपा की पिछली सरकारों ने नकल और शिक्षा माफियों के साथ मिलकर यूपी बोर्ड की गरिमा को धूमिल कर दिया। यूपी बोर्ड परीक्षाएं नकल की वजह से बदनाम होने लगीं। इस बार की बोर्ड परीक्षाओं को जिस तरह से नकल विहीन बनाया गया है वह एक स्वागतयोग्य कदम है। परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था, परीक्षा केंद्र निर्धारण की आनलाइन व्यवस्था से माफियाओं को बाहर करना, कोडिंग सिस्टम जैसे अभूतपूर्व कदम उठाकर भाजपा सरकार ने विद्यार्थियों को उनकी मेहनत का वाजिब फल देने की पृष्ठभूमि तैयार की है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा जिस तरह से बोर्ड परीक्षा केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण कर रहे हैं उससे सरकार की विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर चिंता उजागर होती है। बोर्ड परीक्षाओं की सुचिता में बढ़ावा होने से यहां से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी कहीं ज्यादा काबिल और सक्षम साबित होंगे। इससे प्रदेश का भविष्य संवरेगा। बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के साथ ही भाजपा सरकार शिक्षा व्यवस्था में अमूलचूल परिवर्तन कर रही है।
डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों से सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई करवाने से अब यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना काफी आसान हो जाएगा। इसके साथ ही सरकार विद्यालयों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को प्राथमिकता के तौर पर भरने की पूरी कोशिश में लगी है। अब विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने की छूट किसी को भी नहीं दी जाएगी।