हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षाफल रविवार को घोषित कर दिये गये। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही अच्छे अंकों से पास होने वाले छात्र-छात्राएं खुशी से उछल पड़े।परिजनों और दोस्तों ने भी मिठाई खिलाकर बधाई दी। जिसमें हाईस्कूल की परीक्षा में कानपुर के चार और इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी चार छात्रों ने टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहें। सबसे खास बात रही कि पिछले कई वर्षों से टॉप टेन में अक्सर जगह न बना पाने वाले बीएनएसडी शिक्षा निकेतन के कुल तीन छात्रों ने स्थान लाकर विद्यालय के गौरव को वापस लाने का काम किया है। वहीं बीएनसडी की दूसरी संस्था ओंकारेश्वर के शुभम दीक्षित ने इंटरमीडिएट परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की है। बताते चलें कि अबकी बार हुई यूपी बोर्ड की परीक्षा में काफी सख्ती रही और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा संपन्न कराई गई। जिसके चलते परीक्षार्थियों में परिणाम को लेकर खासी बेचैनी रही। लेकिन जब रविवार को परिणाम आया तो छात्रों की उम्मीदों से बेहतर रहा और कानपुर के आठ छात्रों ने यूपी बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहें।
UP Board Result 2018 :- हाईस्कूल में यह रहे शहर टॉपर-
जिसमें हाईस्कूल की परीक्षा में शिवाजी इंटर कॉलेज अर्रा के अभिषेक वर्मा ने 563 अंक (93.83 फीसदी) लाकर प्रदेश में पांचवा स्थान प्राप्त किया। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटरमीडिएड कॉलेज के उत्कर्ष यादव ने 562 (93.67 फीसदी) अंक लाकर छठवीं रैंक हासिल किया। इसी तरह एसवीएमएचएस स्कूल केशव नगर के अनिकेत अग्रहरि ने 561 अंक (93.50 फीसदी) लाकर सातवीं रैंक लाने में सफल रहा। तो वहीं द मॉडल इंटर कॉलेज सिंहपुर कल्याणपुर के अभिजीत सिंह कुशवाहा ने 600 अंकों में 560 अंक (93.33 फीसदी) लाकर प्रदेश में आठवीं रैंक हासिल किया।
इंटरमीडिएट में यह रहे शहर टॉपर-
हाईस्कूल की परीक्षा में जहां शहर के चार छात्रों ने प्रदेश में टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहें तो वहीं इंटरमीडिएट के चार छात्र भी टॉप टेन की श्रेणी में आकर शहर का नाम रोशन किया। जिसमें ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के शुभम दीक्षित ने 500 में 460 अंक प्राप्त किया और 92 फीसदी अंक के साथ प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया। एसजी मंदिर इंटर कॉलेज आजाद नगर की वेदांशी दीक्षित ने 459 अंक (91.80 फीसदी) लाकर पांचवीं रैंक हासिल की। इसी तरह बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज के सूर्यांश प्रताप सिंह व प्रखर वर्मा ने क्रमशः 457 अंक (91.40 फीसदी), 455 अंक (91 फीसदी) लाकर सातवीं और आठवीं रैंक हासिल कर एक बार फिर कॉलेज का नाम रोशन कर दिया।
गरीबी न रोक सकी बढ़ते कदम-
हाईस्कूल परीक्षा में छठी रैंक लाने वाले कल्याणपुर निवासी उत्कर्ष यादव अपनी सफलता के पीछे माता-पिता के अलावा गुरूओं को श्रेय दे रहा है।उत्कर्ष की छोटी बहन है जो नौंवी की छात्रा है।बताया कि घर की आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने के चलते कभी ट्यूशन नहीं लिया। स्कूल के टीचरों ने जो पढ़ाया उसे किताबों में उकेरा और खुद के बल पर तैयारी की। बताया कि इंटरमीडिएट करने के बाद आईआईटी और फिर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर आईएएस बनना चाहता हॅूंं। उत्कर्ष ने बताया कि उनके पिता प्राईवेट फैक्ट्री में नौकरी करते हैं और चार लोगों के परिवार को गुजर-बसर उनकी दस हजार के वेतन से चलता है। कहा कि पारिवारिक स्थित बहुत अच्छी नहीं है पर मेहनत कर आईएएस बनकर देश के गरीबों की सेवा करने का सपना है। कहा कि उनको उनकी पढ़ाई के अनुसार सफलता मिली है। जबकि ऐसा पहली बार हुआ है जब सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराई गयी है। जिसकी वजह से नक़ल नहीं हो पायी है।
कुछ इसी तरह इंटरमीडिएट में चौथा स्थान पाने वाले छात्र शुभम की माने तो उन्हें उनकी मेहनत का फल मिला है और आगे एैसा होता रहा तो देश में शिक्षा का स्तर बहुत बेहतर हो जाएगा। शुभम ने बताया कि उसका सपना है कि डॉक्टर बनकर देश सेवा करे। कहा कि पिता टेंट हाउस में नौकरी करते हैं और कई-कई दिन घर नहीं आते। माता और बड़ी बहन उन्हें पढ़ाती हैं।आज जब परिणाम आया तब भी पिता सुनील दीक्षित टेंट की बल्लियां उखाड़ रहे थे। शुभम ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर आज भी गरीबों का ठीक से इलाज नहीं करते, जिनके चलते हजारों लोगों की मौत हो जाती है। अगर मैं डॉक्टर बना और एक मरीज की जान बचाई तो अपने-आप को सबसे धनी इंसान समझूंगा।
मंदिरों में टेकते रहे मत्था-
यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार सख्ती के चलते छात्र व छात्राएं काफी भयभीत थे और परीक्षाफल के पूर्व परीक्षाफल को लेकर सुबह से ही छात्र-छात्राएं मंदिरों में मत्था टेकते रहें। परिणाम को लेकर उनके अभिभावकों में भी बेचैनी रही। पूर्वांह के बाद छात्र साइवर में परीक्षा परिणाम देखने के लिए जुटने लगे। जैसे-जैसे परिणाम का समय नजदीक आता गया छात्रों में तनाव बढ़ता रहा। लेकिन परिणाम आते ही उनके चेहरे की खुशी देखते बन रही थी और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खूब जश्न मनाया और अभिभावक भी खुश नजर आयें। गौरतलब हो कि इस बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों के परिणाम एक साथ आए। जिसके चलते स्कूलों के अंदर व बाहर, कैफों और अन्य स्थानों में जश्न का महौल बना रहा।
75.16 फीसदी रहा परिणाम –
जिस प्रकार से यूपी बोर्ड की परीक्षा सख्ती से कराई गई थी उसको देखते हुए परिणाम बेहतर आया। हाईस्कूल में 75.43 फीसदी छात्र-छाएं पास हुए हैं। जबकि इंटरमीडिएट में 72.43 फीसदी छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण घोषित किए गए। यूपी बोर्ड पूरा परिणाम 75.16 प्रतिशत रहा जिसमें छात्रों का प्रतिशत 72.27 और छात्राओं का प्रतिशत 78.81 रहा। पिछले साल के नतीजों की तुलना में 40 दिन पहले
परिणाम घोषित किया गया है। इस साल हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 66 लाख 37 हजार 18 परीक्षार्थी पंजीकृत थे लेकिन बोर्ड परीक्षा में नकल को लेकर की गई सख्ती और परीक्षा केन्द्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बाद 11 लाख 32 हजार से ज्यादा हाई स्कूल और इंटर के परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी।
इन स्कूलों का भी बेहतर रहा परिणाम-
- कैलाश सरस्वती इंटर कॉलेज पनकी रोड़ कल्याणपुर की ईशा ने 88.8 फीसदी.
- अंशिका पाल 88.4 फीसदी.
- अंकिता ने 87.4 फीसदी अंक लाकर इंटरमीडिएट परीक्षा में बेहतर रिजल्ट देकर कॉलेज का नाम रोशन किया।
- इसी तरह हाईस्कूल परीक्षा में खुशी गौड़ ने 88 फीसदी.
- शिवम पाल ने 86.66 फीसदी.
- आस्था सिंह 86 फीसदी व पूर्णिमा निषाद ने 85.83 फीसदी अंक हासिल किया।
स्कूल के प्रबंधक प्रेम चन्द्र अग्निहोत्री व प्रधानाचार्य स्नेहलता शुक्ला ने बताया कि स्कूल का परिणाम सकारात्मक रहा। इसी तरह ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राम मिलन सिंह ने बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 151 छात्र बैठे थे जिनमें पांच को छोड़कर सभी आनर्स के साथ सफलता हासिल की है। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. अंगद सिंह ने बताया कि इण्टरमीडिएट परीक्षा में 115 छात्र व छात्राएं सम्मिलित हुयें और हाईस्कूल में 112 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। जिसमें सभी छात्र व छात्राएं आनर्स के साथ परीक्षा पास की। जिसमें दो छात्रों ने प्रदेश में टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहे।