राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में हो रहे वाहन घोटाले पर Uttarpradesh.org की खबर का बड़ा असर हुआ है। शुक्रवाक को यूपी सरकार के परिवार कल्याण एवं शिशु कल्याण मंत्री रविदास मल्होत्रा ने अचानक लखनऊ स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय पहुंचकर मामले की पड़ताल की। बता दें, कि Uttarpradesh.org ने सबसे पहले 4 अगस्त को एनएचएम में हुए करोड़ों के वाहन घोटाले को उठाया था, जिसके बाद प्रशासनिक अमलें में हड़कंप मच गया था।

  • रविदास मल्होत्रा विभाग के 55 जिलों में बिना परमिट विजिट के लिए जाने वाले वाहनों की जांच पड़ताल करने पहुंचे थे।
  • इस दौरान दस्तावेजों में घोटाला मिलने पर जहां मंत्री ने अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई तो वहीं मामले की जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
  • मंत्री ने अपनी जांच में पाया कि वाहनों को बिना परमिट और गलत तरीके से विजिट के लिए लगाया गया।
  • यहां तक कि दो पहिया वाहन और ट्रैक्टर के नम्बरों पर इन वाहनों को चलाया जा रहा था।
  • 55 जिलों में हुए इस घोटाले में खुद वहां के सीएमओ और अधिकारियों की मिली- भगत रही है।
  • मंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को इस बाबत जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही का आदेश दिया है।
  • रविदास महरोत्रा ने इस बाबत मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की।

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बाइक के नंबर पर दौड़ी कारः

  • परिवहन विभाग की साइट से गाड़ीयों के नंबर चेक कराये गए तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आयें।
  • गड़बड़ी का आलम यह है कि एक ही नंबर के वाहन कई जिलों में दिखाए गए हैं।
  • चंदौली में यूपी 65 सीटी 0453 नंबर का वाहन दो ब्लाक नौगढ़ और चकिया में दर्ज था।
  • सहारनपुर में यूपी 11 टी 5857 नंबर रामपुर मनिहारन और सुनहटी ब्लाक में दर्ज है।
  • वहीं, यूपी 17 टी 1465 नंबर की गाड़ी दो अलग-अलग जिलों अलीगढ़ और कन्नौज में है।
  • भदोही में यूपी 70 एबी 9704 नंबर की मोटरसाइकिल को कार बता कर भुगतान किया गया।

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