शपथ ग्रहण करने के पहले ही दिन जिस प्रकार का रवैया सीएम योगी ने दिखाया, उसके बाद विपक्षी दलों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है.मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के अगले दिन योगी आदित्यनाथ ने दिन भर अधिकारियों के साथ बैठक की. योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी जावीद अहमद से भी कई घंटे तक बातचीत की. कानून-व्यवस्था और बिजली व्यवस्था को लेकर उच्च अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए. वहीँ 70 विभागों के अध्यक्षों के सलाहकारों को कार्यमुक्त करने का फरमान भी जारी कर दिया और सिफारिशी लालबत्ती वापस लेने का भी फैसला किया. कार्यमुक्त किये गए सलाहकारों को तत्काल अपने सरकारी आवास खाली करने होंगे.
विपक्ष का मिलाजुला सुर:
- JDU के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को किसानों की कर्जमाफी पर ध्यान देना चाहिए.
- केसी त्यागी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को अपराध कम करने पर ध्यान देना होगा, अधिकारियों के साथ बैठक के बाद एक्शन पर भी नजर होनी चाहिए.
- तारिक अनवर ने भी VIP कल्चर ख़त्म करने की सीएम योगी की पहल को उत्तर प्रदेश के हित में बताया.
- वहीँ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने VIP कल्चर ख़त्म करने को लेकर सीएम योगी की सराहना की.
- उन्होंने कहा कि बेवजह की सुरक्षा लेना उचित नहीं है और योगी के इस फैसले का समर्थन करते हैं.
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