पुरुष प्रधान समाज में बेटियों को हमेशा बेटों से कम समझा गया है। सभ्य कहे जाने वाले इस समाज में आये दिन कही भ्रूण हत्या , तो कहीं दहेज़ के लिए बेटियों को मारा जाता है। लेकिन बेटियों ने हमेशा ये साबित किया है कि वो बेटों से किसी भी तरह कम नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पयागपुर इलाके के भूपगंज बाजार में रहने वाली एक बेटी ने ऐसी ही मिसाल कायम की है। पयागपुर की इस बेटी पूजा ने अपनी मां की लाश का अंतिम संस्कार किया। जिसमे पूजा ने चिता को मुखाग्नि देकर एक बेटे का धर्म भी निभाया।

माँ के शव को भगवान् श्री राम की नगरी अयोध्या में ले जाकर किया अंतिम संस्कार

  • यूपी के बहराइच जिले में पयागपुर के भूपगंज बाजार निवासी महावीर अग्रवाल की लगभग 16 साल पहले मौत हो चुकी है।
  • पति कि मौत के बाद भगौती देवी के साथ उनका पुत्र संजय व पुत्री पूजा रहते थे।
  • महावीर अग्रवाल की मौत के बाद भगौती देवी की हालत खराब रहती थी।
  • इसी बीच उनका चौबीस वर्षीय पुत्र संजय भी लापता हो गया।
  • बेटे के लापत होने के गम में दो साल पूर्व भगौती देवी को पैरालसिस अटैक आगया।
  • जिसके बाद वो पूरी तरह से लाचार हो गईं।
  • जिसके बाद घर की सारी ज़िम्मेदारी बेटी पूजा के सर आगई।
  • पूजा ने घर का सारा बोझ अपने कन्धों पर उठा लिया।
  • उसने हाईस्कूल के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी।
  • घर में ही ब्यूटी पार्लर खोलकर पूजा ने आर्थिक जरुरतों को पूरा करने का जिम्मा उठाया।
  • इसी बीच गंभीर रूप से बीमार भगौती देवी का अचानक निधन हो गया ।
  • जिसके बाद  पूजा माँ का शव लेकर अयोध्या गई।
  • जहाँ उसने परंपरा के अनुरुप मुखाग्नि देकर अपनी माँ का अंतिम संस्कार किया।
  • इस बात की सूचना लोगों तक पहुँचने के बाद पूजा चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
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