उत्तरप्रदेश चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। इस वर्ग का वोट यूपी चुनाव का भविष्य तय करेगा। राजनीतिक दल मुस्लिम वर्ग को अपनी तरफ खिचनें के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं। इस बार चुनाव में पार्टियां इस वर्ग को लुभाने के लिए अपनी लिस्ट में मुस्लिम उम्मीदवारों को काफी जगह दे रही है।

सपा का मुस्लिम वोट बैंक पर खास ध्यान

  • समाजवादी पार्टी का परिवारिक कहल सुलझने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ध्यान उम्मीदवारों की लिस्ट पर है।
  • साथ ही अखिलेश प्रदेश में दोबारा सत्ता में आने के लिए मुस्लिम वोट बैंक खास फोकस कर रहे हैं।
  • सपा ने शुक्रवार को अपनी ऩई व पहली लिस्ट जारी की।
  • इस लिस्ट में 191 उम्मीववारों के नाम घोषित किए गए।
  • इसमें से 26.1 प्रतिशत मुस्लिम उम्मीदवार के नाम शामिल है।
  • संख्या के आधार पर इनकी गिनती 50 है।
  • पहली ही लिस्ट में 50 मुस्लिम उम्मीदवारों के नाम आने से आगे की संभावना भी बढ़ गई है।
  • सपा के 212 उम्मीदवारों का नाम घोषित होना बाकी है।
  • ताजा आकड़ों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि सपा कम से कम 100 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतार सकती है।

बसपा का मुस्लिम कार्ड

  • बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अब तक अपने 401 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है।
  • बसपा सुप्रीमो ने 97 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने की बात कहीं थी।
  • मायावती अब तक 90 से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दे चुकी हैं।
  • वहीं बची 2 सीटों पर किन लोगों को टिकट दिया जाएगा, स्पष्ट नहीं है।
  • मायावती ने पहले कहा था कि मुस्लिम वर्ग सपा और कांग्रेस को मत देकर अपना वोट बेकार न करें।

बीजेपी मुस्लिम उम्मीदवारों से दूर

  • बीजेपी अपनी पहली लिस्ट में 149 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है।
  • इस लिस्ट में बीजेपी में एक भी टिकट मुस्लिम उम्मीदवार को नहीं दिया।
  • वहीं आगामी लिस्ट में भी अब तक इसके कोई आसार नहीं दिख रहें।
  • वहीं कांग्रेस की इस पर रणनीति स्पष्ट नहीं हुई है।
  • क्योंकि कांग्रेस ने अब तक अपनी उम्मीदवारों की लिस्ट घोषित नहीं की है।
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