यूपी में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता लागू किये जाने के बाद प्रत्येक जनपद के समस्त अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता के अनुपालन के सख्त निर्देश दिये गये हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने अधिकरियों को आदर्श आचार संहिता का कड़ाई के साथ अनुपालन कराये जाने की सख्त हिदायत भी दी है।
दीवारों पर पेंटिंग उड़ा रही मखौल, प्रशासन मौन
- लेकिन विडम्बना है कि आदर्श जनपद अमेठी के विभिन्न बाजारों में बनी वाल पेंटिंग आदर्श आचार संहिता को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है।
- जिले में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद जिला प्रशासन ने सिर्फ बड़े-बड़े होर्डिंग्स हटवाकर खानापूर्ति कर ली, लेकिन जिलेभर में बाल पेंटिंग जस की तस है।
- अमेठी में मुख्य मार्गों से ही प्रचार सामग्री तो हटाई गई लेकिन गली-मोहल्लों में अभी भी राजनीतिक पार्टियों की चुनावी प्रचार स्पष्ट दिखाई दे रही हैं।
अब तक नहीं हटी प्रचार सामग्री
- आचार संहिता लगने के बाद जिलाधिकारी चन्द्र कान्त पाण्डेय ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में सरकारी स्थानों पर लगी सामग्री 24 घंटे।
- सार्वजनिक स्थानों पर लगी सामग्री 48 घंटे और निजी स्थानों पर लगी प्रचार सामग्री 72 घंटे में हटाने के निर्देश दिए थे।
- लेकिन सप्ताह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी जनपद में कई स्थान इस कार्रवाई से अछूते हैं।
डीएम की सख्ती बेअसर
- जनपद के जामो, नन्द महर, जगदीशपुर सहित कई बाजारों में अभी भी बिजली के खंभों, दीवारों और सार्वजनिक व निजी स्थानों पर राजनीतिक पार्टियों के झंडे, बैनर और वाल पेंटिंग अभी प्रचार रत हैं।
- हालांकि जिलाधिकारी ने आचार संहिता का सख्ती से पालन करने की बात कही थी, लेकिन प्रशासन की सख्ती का असर दिखाई नहीं दे रहा है।
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