भले ही यूपी में भाजपा सरकार बेहतर काम करने का दावा और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी साफ-सुथरी छवि वाले अफसरों को तबज्जों देने का दावा कर रहे हों लेकिन इसकी असलियत यह है कि बीजेपी भी दागी छवि वालों पर ही मेहरबान होती दिख रही है।
- इसकी बानगी यह है कि आबकारी विभाग का अशोक चतुर्वेदी सजायाफ्ता है लेकिन उसकी कंपनी को आबकारी होलोग्राम का अरबों रुपये का ठेका दिया गया।
- यह खेल पिछली सपा सरकार में तैनात रहे अधिकारियों ने खेल कर यह कारनामा किया है।
- लगातार पिछली कई सरकारों में अशोक चतुर्वेदी की कम्पनी यूफ्लेक्स को फिर से ठेका देने का काम आबकारी प्रमुख सचिव दीपक त्रिवेदी ने किया है, दीपक पिछली हुकूमत से इसी पद पर हैं।
सीबीआई कोर्ट ने सुनाई थी चार साल की सजा
- नोएडा लैंड स्कैम में अशोक चतुर्वेदी और तत्कालीन मुख्य सचिव नीरा यादव को लैंड स्कैम में दोषी पाया गया था और चार साल की सजा सीबीआई कोर्ट ने सुनाई थी।
- लेकिन अब विवादित उद्योगपति अशोक चतुर्वेदी पर यूपी सरकार मेहरबान हो गई है।
- अशोक चतुर्वेदी की कंपनी ‘UFLEX’ को आबकारी विभाग का टेंडर दे दिया गया है।
- गौरतलब है कि एकतरफ जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी विकास के मुद्दे और साफ सुथरी छवि वालों से काम कराने की तबज्जो दे रहे हैं वहीं दागियों को टिकट देने के बाद अब उद्योगपतियों पर विशेष मेहरबानी जनता को रास नहीं आ रही है।
- नीरा यादव को अशोक चतुर्वेदी की कंपनी ‘UFLEX LTD’ को लाभ पहुंचाने का दोषी पाया गया था।
- नीरा यादव को अशोक चतुर्वेदी को गाजियाबाद की दासना जेल में 7 दिसम्बर को भेज दिया गया था।
- भ्रष्टाचार और साजिश रचने के जुर्म में इन दोनों को सीबीआई कोर्ट से सजा मिली थी।
- यही नहीं यूपी आईएएस एसोसिएशन पोल 1997 के दौरान नीरा यादव को सबसे भ्रष्ट अधिकारी माना गया गया था।
- अब यूपी में भाजपा सरकार बनी तो इस दागी को फिर से ठेका दे दिया गया।