योगी आदित्यनाथ सूबे के मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यभार संभाल चुके हैं. योगी आदित्यनाथ के अलावा केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. कैबिनेट के 22 और 24 राज्यमंत्रियों ने भी कल शपथ ली.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में बीजेपी का 15 साल का वनवास ख़त्म हुआ. योगी आदित्यनाथ ने अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विकास ही उनका मुख्य एजेंडा होगा.
प्रदेश कार्यालय में लगानी होगी हाजिरी:
- वहीँ बीजेपी प्रदेश इकाई भी पूरी तरह योगी के मंत्रियों पर नजर रखने की कोशिश में जुटी है.
- एक तरफ जहाँ योगी ने सभी मंत्रियों और विधायकों की पूंजी का ब्यौरा माँगा.
- वहीँ प्रदेश इकाई ने राष्ट्रीय इकाई की तर्ज पर सभी मंत्रियों को प्रदेश कार्यालय में हाजिरी लगाना अनिवार्य कर दिया है.
- ये आदेश बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर लागू किया जायेगा.
- पार्टी सूत्रों का कहना है कि सरकार और संगठन में सामंजस्य स्थापित करने की दृष्टि से ये कदम उठाया जा रहा है.
बता दें कि बीजेपी राष्ट्रीय कार्यालय में भी मंत्रियों को निश्चित समय देना होता है और इसी तर्ज पर प्रदेश कार्यालय में भी यूपी सरकार के मंत्रियों की हाजिरी अनिवार्य होगी. इसके तहत सरकार के काम-काज पर ध्यान रखने के लिए भी ये कदम उठाया गया है.