दिल्ली के बाद लखनऊ समेत यूपी के तमाम जिलों में छायी धुंध को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) और पर्यावरण विभाग को जल्द से जल्द धुंध के कारणों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम ने विशेषज्ञों से इस समस्या के निदान के उपायों के बारे में भी जानकारी मांगी है।
- मालूम हो कि शनिवार की शाम से ही राजधानी लखनऊ समेत यूपी के कई शहरों में धुंध दिखाई दे रही है।
- सबुह और शाम को धुंध के कारण कुछ मीटर दूर तक देखना भी मुश्किल हो जाता है।
- इसके साथ स्मॉग के कारण लोगों को सेहत संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
- राजधानी समेत यूपी के तमाम शहरों की आबोहवा में घुले जहर के बाद सरकार सचेत हो गयी है।
- सीएम अखिलेश यादव ने प्रदूषण के लिए जिम्मेदार सभी संभावित पहलुओं पर गौर करने के निर्देश दिये है।
- सीएम ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए बनाये नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिये।
- इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा है।
- वाहन तथा जनरेटर आदि प्रदूषण नियंत्रण के निर्धारित मानकों के अधीन संचालित हों।
- उन्होंने निर्देश दिया है कि खेतों में फसलों के अवशेष का निस्तारण इस प्रकार सुनिश्चित कराया जाए ताकि प्रदूषण का स्तर न बढ़े।
- सीएम ने लोगों से कूड़ा जलाने से परहेज करने के लिए भी कहा है।
पर्यावरण संतुलन को लेकर गंभीर प्रदेश सरकारः
- मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ‘ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
- जिसके तहत बीते जुलाई माह में एक ही दिन में पांच करोड़ पौधे लगाये गए थे।
- उन्होंने कहा कि प्रदूषण का लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है।
- प्रदेश सरकार पर्यावरण संतुलन को लेकर बेहद संवेदशील है।
- सभी जिलों में क्षेत्रों का चयन करके उन्हें ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।