उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब भ्रष्ट और अक्षम IAS अफसरों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. गौरतलब हो कि योगी सरकार ने 50 वर्ष से अधिक आयु वाले अक्षम सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के तहत रिटायरमेंट देने की बात कही थी. अपने इस प्रस्ताव को सरकार अब IAS अफसरों पर भी लागू करने की तैयारी कर रही है.
IAS अफसरों की स्क्रीनिंग के लिए किया जायगा कमेटी का गठन-
- यूपी सरकार 50 वर्ष से अधिक आयु वाले अक्षम और भ्रष्ट आईएएस अफसरों पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है.
- इसके लिए एक कमिटी का गठन किया जायेगा.
- ये कमिटी अक्षम एवं भ्रष्ट आईएएस अफसरों की स्क्रीनिंग करेंगी.
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- सूत्रों के अनुसार इस कमेटी में 4 IAS होंगे.
- बता दें कि इसके लिए सीएम ऑफिस को जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा.
- बता दें कि इसके लिए उत्तराखंड और मध्य प्रदेश कैडर के IAS को नामित करने का प्रस्ताव रखा गया है.
- ये प्रस्ताव मुख्य सचिव राजीव कुमार द्वारा भेजा गया है.
50 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मचारियों की भी होगी स्क्रीनिंग-
- यूपी सरकार 50 वर्ष से अधिक आयु वाले अक्षम सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के तहत रिटायरमेंट दे सकती है.
- इसके लिए 50 वर्ष से अधिक आयु वाले सरकारी कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की जाएगी.
- स्क्रीनिंग के दौरान कमज़ोर कार्यक्षमता और कार्यदक्षता वाले कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी.
- सरकार के इस फैसले के बाद इन कर्मचारियों पर बेहतर प्रदर्शन के दबाव बढ़ गया है.
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- बहरहाल 50 वर्ष अधिक वाले आयु किसी भी सरकारी कर्मचारी को उसके नियुक्ति प्राधिकारी बिना कारण बताये हटा सकते हैं.
- जिसके लिए ये अधिकारी कर्मचारियों को 3 महीने की नोटिस अथवा 3 माह का वेतन देकर जनहित में अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर सकते हैं.
- इस मामले में एक ही स्थान पर 3 साल से जमे बाबुओं पर भी सरकार डंडा चलने का मन बना चुकी है.
- जिसके लिए ऐसे बाबुओं की लिस्ट तैयार की जा रही है.
- लिस्ट तैयार होने के बाद जल्द ही इस बाबुओं का तबादला शुरू कर दिया जाएगा.
- सरकार के इस कदम से सभी विभागों का प्रदर्शन और भी बेहतर होने की उम्मीद है.
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