उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना यूपी इन्वेस्टर्स समिट) को सफल बनाने में जुटे हैं. वह फरवरी, 2018 में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियों के अन्तर्गत शहर की सफाई एवं सौन्दर्यीकरण, समिति, आतिथ्य समिति एवं मीडिया समिति की समीक्षा कर चुके हैं और इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार के प्रदेश में पूँजी निवेश को प्रोत्साहन देने और रोजगार के व्यापक अवसर सृजित करने को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है. वहीँ सतीश महाना कोलकाता रोड शो में शामिल हुए और यूपी में निवेश को लेकर बनी सहमति के बारे में भी बताया.
रोड शो में 35 हजार करोड़ के निवेश पर सहमति
रोड शो में 35 हजार करोड़ के निवेश पर सहमति बनी है. मंत्री सतीश महाना ने बताया कि अगले 2 वर्षों में 27 हजार करोड़ निवेश की इच्छा जताई है. प्रदेश में 25 हजार करोड़ निवेश की पेशकश की गई है. श्रेय इन्फ्रास्टट्रक्चर फाइनेंस ने की पेशकश और इसकी जानकारी रोड शो में दी. निवेश फ्रेंडली नीति के साथ पूरी सुविधा का ध्यान रखा जायेगा. निवेश में संरक्षण का आश्वासन भी दिया गया है. MOU के समय ही निवेशकों को NOC,स्वीकृति पर भी बात हुई.
करोड़ रुपये निवेश के मिले प्रस्ताव (यूपी इन्वेस्टर्स समिट):
बता दें उन्होंने अवगत कराते हुए कहा कि विभिन्न रोड-शो में उद्यमियों द्वारा लगभग 2.53 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं. दिल्ली में आयोजित रोड-शो में 27 हजार करोड़ रुपये, बंगलौर के रोड-शो में 6 हजार करोड़ रुपये, हैदराबाद के रोड-शो में 11 हजार पांच सौ करोड़ रुपये और मुम्बई के रोड-शो में 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश किये जाने के प्रस्ताव विभिन्न औद्योगिक घरानों तथा उद्यमियों ने दिये हैं.
सभी विभागों के प्रमुखों को निर्देशित जारी:
इसके साथ ही औद्योगिक विकास मंत्री ने सभी विभागों के प्रमुखों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने विभागों के प्रोजेक्ट प्रोफाइल तैयार करके औद्योगिक विकास आयुक्त को तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि इस समिट में देश के ही नहीं बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय निवेशक भी प्रतिभाग करेंगे. समिट के कन्ट्री पार्टनर नीदरलैण्ड, फिनलैण्ड तथा चेकगणराज्य की सहमति प्राप्त हो चुकी है. इसके साथ ही भारत स्थित विभिन्न दूतावासों द्वारा भी समिट में प्रतिभाग किया जायेगा. उन्होंने सभी विभागों को यह भी निर्देश दिया कि इन्वेस्टर्स समिट के मद्देनजर इस आयोजन को फोकस करके लोगों को इसके बारे में विस्तार से जानकारी भी दी जाए. उन्होंने कहा कि समिट में प्रतिभाग करने वाले विभाग सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ गुणात्मक ढंग से शीघ्र ही पूरा कर लें, ताकि बाद में कोई कठिनाई न हो.