योगी सरकार में राज्यमंत्री अर्चना पांडे शनिवार को एक निजी स्कूल के स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल हुईं. इस कार्यक्रम में मंत्री स्वतंत्र देव को भी पहुंचना था, लेकिन किसी कारण वो नहीं पहुंच पाए. मंत्री अर्चना पांडेय और स्कूल के मालिक जगदीश गांधी के पहुंचने से पहले ही नगर निगम ने पूरी सड़क को साफ करवाकर उसके किनारे चूना छिड़काव करवा दिया था. जब अर्चना पांडेय वहां पहुंची तो नेताओं और अधिकारियों के साथ साफ-सुथरी सड़क पर झाड़ू लगाने का अभियान शुरू किया और खूब फोटोशूट हुआ. इस दौरान वहां मौजूद भीड़ स्वच्छता अभियान के इस मजाक को देखती रही.
मुख्य अतिथि के तौर पर अर्चना पाण्डेय पहुंची थीं:
- लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में सीएमएस स्कूल है.
- इस स्कूल के मालिक जगदीश चंद्र गांधी और उनकी पत्नी ने स्वच्छता मिशन के तहत बच्चों को साफ-सफाई का संदेश देने के लिए सुबह 9 बजे झाड़ू लगाने का कार्यक्रम रखा था.
- इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यमंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और अर्चना पांडेय को बुलाया गया था.
- लेकिन किसी कारण से स्वतंत्र देव सिंह नहीं पहुंच पाए.
- जबकि अर्चना पांडेय इस सफाई अभियान में शामिल होने पहुंचीं.
- कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत करने के साथ ही मंत्री अर्चना पांडेय और सीएमएस प्रबंधन मौजूद रहा.
- सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर र्कायक्रम की शुरुआत की गई.
- मंत्री अर्चना पांडेय के आने से पहले ही नगर निगम ने पूरी तरह से साफ कराया था.
- इसके बाद उनके साथ सभी अधिकारी और प्रबंधन पूरे शूट-बूट में साफ-सुथरी सड़क पर झाड़ू लगाया.
- धूल मिट्टी न उड़े, इसलिए मंत्री के पहुंचने से ठीक 30 मिनट पहले ही सड़क पर पानी का छिड़काव भी हुआ, ताकि इन्हें कोई दिक्कत न हो.
15 मिनट में फोटोशूट कराकर खत्म किया कार्यक्रम:
- 15 मिनट में फोटोशूट कराकर खत्म किया कार्यक्रम, ठीक ढंग से झाड़ू भी नहीं पकड़ पाए.
- मंत्री अर्चना पांडेय और स्कूल प्रबंधन ने पूरे सड़क पर करीब 300 मीटर तक चलकर 15 मिनट तक झाड़ू पकड़कर फोटोशूट करवाते रहे.
- पूरे टाइम प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी शूट-बूट में आसपास खड़े मुस्कुराते रहे.
- इस दौरान सड़क पर दूर-दूर तक कहीं गंदगी नहीं दिखाई दी.
- क्योंकि नगर निगम से पहले ही साफ करवा लिया गया.
- इस तरह से सरकार की एक वरिष्ठ मंत्री और एक बड़े स्कूल प्रबंधन ने पीएम के स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया.
- फिलहाल मंत्री अर्चना पांडेय और स्कूल प्रबंधन ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.