देश में महिलाओं के आगे बढ़ाने के लिए राज्य व केंद्र सरकारें लाख कोशिशें करने में जुटी हुई हैं। लेकिन यूपी में पुलिस विभाग ही इसको पूरी तरह से नजरअंदाज करने में जुटा है। एक महिला सिपाही ने विभाग का सर कई मेडल दिलाकर ऊंचा किया, लेकिन यूपी पुलिस का एक आरआई उसे आगे बढ़ने से रोक रहा है। यह आरआई उसका नाम प्रक्टिस और खेलने के लिए भेजने को रूपयों की डिमांड कर रहा है।
सम्मान की जगह मिली जिल्लत
- मामला यूपी की रायबरेली पुलिस लाइन का है।
- यहां सुधा नाम की एक महिला सिपाही तैनात है।
- इसने अपने खेल के जरिये यूपी पुलिस का नाम प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में चमकाया है।
- सुधा ने अब तक 56 बार मैडल जीते हैं।
- लेकिन इसके बाद भी उसे वह सम्मान नहीं मिला।
- जनपद में पुलिस लाइन में तैनात आरआई राजवीर अब उसे आगे बढ़ने से रोक रहा है।
- सुधा ने प्रक्टिस और खेलने के लिए अपना नाम भेजने की बात राजवीर से कहीं।
- तो इसकी एवज में भ्रष्ट राजवीर ने सुधा से रुपयों की डिमांड की।
- ये बात सुधा को बिल्कुल ठीक नहीं लगी।
- उसने डीआईजी से इस संबंध में शिकायत की।
- जिसके बाद डीआईजी ने उसका नाम खेलने वालो की सूची में डालने के लिखित आदेश दिया।
भ्रष्ट आरआई ले रहा बदला
- अधिकारियों से राजवीर की शिकायत होने के बाद वो सुधा पर और बिफर पड़ा।
- उसने सुधा को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से महिला सिपाही सहित उसके पूरे बैरक की बिजली काट दी।
- इसके बाद उसे गालियां देते हुए दोबार उससे न भीड़ने के लिए धमकाया।
- सुधा एक बार फिर उच्चाधिकारियों के पास पहुंची।
- लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।
इस्तीफे देने की तैयारी
- अपने विभाग और अधिकारियों से नाराज इस महिला सिपाही खिलाड़ी की हिम्मत अब टूट चुकी है।
- क्योंकि पुलिस प्रमुख कप्तान ने आरआई और महिला को आमने-सामने बैठा कर महिला सिपाही को ही मुंह बन्द करने को कहा।
- साथ ही चुप न रहने पर महिला सिपाही पर विभागीय कार्यवाही करने की धमकी भी दी गई।
- विभाग के इस रवैये से आहत महिला सिपाही इस्तीफा देने की तैयारी में है।
- साथ ही उसने उचित कार्रवाई न होने पर सुसाइड करने की भी धमकी दी।