दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल की सुरक्षा के लिए अब उत्तर प्रदेश को साइकिल दी गयी हैं, जिनसे ताजमहल की संकरी गलियों में भी सुरक्षा की जा सकेगी।
एडीजी ने लिया ताज सिक्योरिटी का जायजा:
- सूबे के आगरा स्थित ताजमहल की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को साइकिल दी गयी हैं।
- इस मौके पर एडीजी प्रशांत कुमार ने ताज की सिक्योरिटी का भी जायजा लिया।
- इसके बाद एडीजी ने एसएसपी को साइकिल खरीदे जाने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजने का निर्देश दिया है।
- शुक्रवार को ताज बंद होने के कारण एडीजी ने सीआईएसएफ और यूपी पुलिस के साथ करीब 2 घंटे तक ताज परिसर में भ्रमण किया और सुरक्षा का जायजा लिया।
- गौरतलब है कि, ताजमहल के आस पास की गलियां काफी संकरी हैं, जिसके तहत सुरक्षा के लिहाज से साइकिल ज्यादा अच्छा काम करेगी।
- ताजमहल के बाहरी सुरक्षा के लिए 48 सीसीटीवी कैमरा लगाये जायेंगे, ये कैमरे बेहतर क्वालिटी के होंगे, जिससे चेहरा पहचानने में मदद मिलेगी।
- ये कैमरे वाई-फाई से संचालित होंगे।
- ताजमहल की सुरक्षा के लिए जिन साइकिल का इस्तेमाल किया जायेगा, उसकी तकरीबन 12 साइकिल पहले से ही यूपी पुलिस के पास हैं।
- इन साइकिलों की कीमत दस हजार रुपये है और इनमें करीब 2 हजार रुपये के उपकरण लगे होंगे।
- इन साइकिल की अधिकतम रफ़्तार करीब 15 किलोमीटर प्रति/घंटे की होगी।
- साइकिल में सायरन, लाइट और बैटरी भी उपलब्ध होगी, जिससे पुलिस अपने वायरलेस और मोबाइल की बैटरी चार्ज कर पाएंगे।
- इस साइकिल दस्ते का नाम ‘पुलिस स्कॉट’ रखा जायेगा।
- गौरतलब है कि, साल 2015 में भी तत्कालीन एसएसपी राजेश मोदक ने 15 साइकिलों के साथ इस प्रयोग को शुरू किया था, लेकिन किन्हीं कारणोंवश यह प्रयोग सफल नहीं हो पाया था।