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अभी तक आप ने पुलिस के लापरवाही और बैईमानी या फिर घूसखोरी के किस्से खूब सुने होंगे। लेकिन आज हम आप के एक ऐसे किस्से के बारे में बता रहे हैं जिसे सुनकर पहले तो ताऊ डर गए लेकिन बाद में उनके खुशी से आंसू निकल आये।

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रिक्रूट आरक्षियों ने दिखाई मानवता

  • दरअसल मामला मुरादाबाद पुलिस लाइन का है यहां पर ट्रेनिंग कर रहे रिक्रूट आरक्षियों ने मानवता की एक मिसाल पेश की है।
  • यहां वृद्ध ओमप्रकाश पुलिस लाइन में अखबार बेचने आते हैं।
  • अक्सर वो रिक्शा या पैदल आते थे तथा बैरकों में घूम-घूमकर रोजी-रोटी की दुहाई देकर अखबार बेचते थे।
  • यह देख रिक्रूट आरक्षियों के मन में कुछ बात आई और उन्होंने ओमप्रकाश से उनके परिवार की स्थिति जानी।
  • आरक्षियों ने पूछा की आप क्या कमा पाते होंगे सारी बचत तो आपकी रिक्शा वाला ले लेता होगा।
  • तो ओमप्रकाश ने बताया कि उसकी साइकिल कुछ दिन पहले चोरी हो गयी है और अब उसकी इतनी सामर्थ्य नहीं है कि वो साईकिल खरीद सके।
  • ओमप्रकाश की दयनीय हालत सुनकर रिक्रूट आरक्षियों का दिल पसीजा तो उन्होंने ओमप्रकाश की मदद करने की ठान ली।
  • रात में ही कुछ रिक्रूट आरक्षियों ने आपस में पैसे इकट्ठे किये और एक नई साईकिल ले आये।

moradabad police training centre

पहले डर गए ताऊ

  • शुक्रवार सुबह ओमप्रकाश रोज की तरह अखबार लेकर पहुंचे लेकिन उन्हें कुछ नहीं पता था आज क्या होने वाला है।
  • उनके लिए खुशखबरी थी यह उन्हें नहीं पता था।
  • ताऊ जैसे ही बैरक में घुसे तभी रिक्रूट आरक्षियों ने उनके हाथ से अखबार ले लिए और बोले ताऊ जी आज के बाद आप बैरिक में घूम-घूमकर अखबार नहीं बेचोगे।
  • यह सुनकर ओमप्रकाश डर गए कि कहीं कोई गलती तो नहीं हो गयी मुझसे उन्होंने रोनी सूरत बना ली। भी आरक्षियों ने कहा कि ताऊ जी आज के बाद आप जितने भी अखबार यहां लाते हो वह सिर्फ एक जगह रख देना हर किसी के पास घूमने की जरूरत नहीं है।
  • हम सब वहीं से ले लेंगे और हम आपको 3 रुपये प्रति अख़बार नहीं बल्कि 10 रुपये प्रति अख़बार देंगे।

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खुद बेचे अख़बार और गिफ्ट की साईकिल

  • इतना कहकर रिक्रूट आरक्षी ने उनके अख़बार को खुद बेचना शुरू कर दिया।
  • किसी ने अख़बार 500 में लिया तो किसी ने 100, 50, 20 और10 में ये सब देखकर ओमप्रकाश की आंखों में खुशी के आंसू छलक आये।
  • नम आंखे अश्रुधारा में तब बह चली जब आरक्षियों ने उन्हें उपहार स्वरूप नई चमचमाती साईकिल भेंट की।
  • आरक्षियों ने कहा ताऊ जी आज से आप पैदल या रिक्शा से नहीं अपनी साईकिल से अखबार बेचिये।

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पैर छूकर लिया आशीर्वाद

  • इस दौरान आरक्षियों ने भविष्य में भी हर संभव मदद करने को बोलकर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेकर विदा किया।
  • इस पल को रिक्रूट आरक्षियों ने अपने सेल्फी लेकर कैमरे में कैद किया।
  • ओमप्रकाश पुलिस का ये मानवीय चेहरा देखकर मन में अपार खुशी और आंसू लेकर दुआएं देते हुए अपनी साईकिल पर पैडल मारकर चले गए।
  • आरक्षियों का यह मानवीय कृत्य चर्चा बना हुआ है लोग उनके इस नेक काम की सराहना कर रहे हैं।

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