यूपी के सेहरानपुर जिले में पिछले दिनों शिवालिक वन क्षेत्र की बड़कला रेंज में सांभर का शिकार करने वाले शिकारियों (Hunter) के साथ हुई मुठभेड़ में एक शिकारी को वनविभाग की टीम ने पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मौके से बोरों में सांभर का कटा सिर, भरा मांस व अन्य अंग बरामद किए थे।
- जबकि पांच शिकारी पुलिस को गच्चा देकर भाग गए थे।
- ये सभी शिकारी हिमांचल प्रदेश के हैं।
- इनकी तलाश में यूपी पुलिस की टीम दबिश देकर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
- हालांकि इस मामले में वन विभाग के कर्मचारियों ने मिर्जापुर में मुकदमा दर्ज करवाया है।
ये भी पढ़ें- आरटीआई: यूपी के 50 जिलों में एसिड बिक्री लाइसेंस नहीं!
क्या है पूरा मामला
- वन संरक्षक सहारनपुर रमेश पाण्डेय ने बताया कि बीते शुक्रवार की शाम को जिले के बड़कला रेंज की करोंदी बीट के यमुना मझाड़ में शिकारियों ने एक सांभर को निशाना बना लिया था।
- इसकी भनक लगने के बाद वनकर्मियों ने जंगल की कांबिंग शुरू कर दी।
- पुलिस के अनुसार बेखौफ शिकारी सांभर को मारने के बाद मांस को बोरों में भर रहे थे।
- पुलिस टीम और वनकर्मियों को देखते ही शिकारियों ने उनपर हमला बोल दिया और फायरिंग शुरू कर दी।
ये भी पढ़ें- RTI: यूपी जेलों में 92830 बंदी, क्षमता से 60% अधिक!
- गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा।
- मुठभेड़ के दौरान हुई फायरिंग में एक शिकारी छर्रे लगने से घायल हो गया।
- इसके बाद वनकर्मियों ने उसे पकड़ लिया जबकि उसके 5 अन्य साथी भागने में सफल रहे थे।
- टीम ने मौके से 8 बोरों में भरा मांस व सांभर का सिर तथा अन्य अंग बरामद किए थे।
- पूछताछ में पकड़े गए शिकारी की पहचान शिकारी संजीव कुमार पुत्र चतर सिंह निवासी गांव बहराल थाना पांवटा साहिब जिला सिरमौर हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई।
ये भी पढ़ें- छेड़छाड़ के विरोध में बुरी तरह से पीटा, सीने पर दांत से काटा!
- जबकि उसके साथी रविकांत पुत्र गोपाल निवासी गांव सतीवाला, धर्मा उर्फ फौजी निवासी कियारदा, सबराती निवासी मित्रवाला थाना पांवटा साहिब जिला सिरमौर (हिमाचल) और बलिंद्र पुत्र बलराम और रमेश पुत्र मंगत निवासीगण गांव बहराल अभी फरार हैं।
- इन सभी की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस टीम उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
- बता दें कि शिवालिक वन प्रभाग 33,229.46 हेक्टेयर में फैला हुआ है।
- इस वन में मोहंड, शाकंभरी देवी व बड़कला (बादशाहीबाग) रेंज शामिल है।
- पिछले दो दशक से यह पूरा जंगल में लकड़ी के तस्करों व शिकारियों के निशाने पर है।
- (Hunter) इस वन क्षेत्र में हरियाणा, उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेशों से इस वन प्रभाग की सीमाएं मिलती है।
ये भी पढ़ें- आरटीआई: अपर्णा यादव के कान्हा उपवन हेतु नियमों की अवहेलना!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें