जवाहर बाग़ हिंसा के बाद पुलिस ने फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में पुलिसवालों की मौजूदगी में इस सर्च ऑपरेशन के दौरान किसी को भी जवाहर बाग़ में अंदर जाने की अनुमति नहीं है। केवल मीडियाकर्मियों को ही अनुमति दी गई है और बिना आईडी कार्ड के उनके प्रवेश पर भी रोक है।

इस बीच हिंसा में मारे गए लोगों का पोस्टमार्टम 4 डॉक्टरों की टीम ने शुरू कर दी है। 5 दिन से पड़े इन शवों में से 18 की पहचान हो गई है।

उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुई हिंसा की जांच अलीगढ के कमिश्नर को सौंपी गयी है, जिसके तहत कमिश्नर ने मथुरा पहुँच कर जायजा लिया।

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बता दें कि रामवृक्ष यादव और उनके साथ करीब 200 लोगों ने 280 एकड़ की जमीन पर कब्ज़ा किया हुआ था और कोर्ट के निर्देश के बाद जमीन खाली कराने पहुंचे पुलिसवालों पर फायरिंग शुरू कर दी थी जिसमें एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष कुमार की मौत हो गई थी। वहीं पुलिस ने इस हिंसा को भड़काने वाले मुख्य साजिशकर्ता रामवृक्ष यादव को एनकाउंटर में मार गिराया।

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