एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का दावा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके ही पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी उत्तर प्रदेश को जंगलराज बनाने में लगे हुये हैं।
कानून के रखवाले ही कर रहे कानून का बंटाधार :
- उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियाँ किस तरह उड़ रही हैं।
- इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि जो लड़की पिछले कई हफ़्तों से इलाहाबाद कोतवाली में अपनी FIR लिखवाने के लिये चक्कर लगा रही है।
- उस पर इलाहाबाद पुलिस उसकी FIR न लिखकर अपराधियों के साथ मिलकर उस लड़की के घर पर रात में उल्टा उसे ही धमकाने पहुँच गयी वो भी बिना किसी महिला सिपाही के।
क्या है पूरा मामला ?
- यह मामला इलाहाबाद के रामबाग क्षेत्र का है।
- अंकिता जयसवाल D/o स्व. राम बाबू जयसवाल इलाहाबाद के रामबाग क्षेत्र में रहती हैं।
- जून के महीने में इनके पिता का स्वर्गवास हो गया था।
- इनके पिता को किडनी की प्रॉब्लम थी।
- इनके पिता का इलाज सहारा हॉस्पिटल लखनऊ चल रहा था।
- जहाँ से इनके पिता को रेगुलर डायलिसिस का उपचार बताया गया था।
- जिसके आधार पर राम बाबू जयसवाल का डायलिसिस श्रीजन हॉस्पिटल इलाहाबाद में कराया जा रहा था।
- मगर अंकिता की मम्मी अंजू लता जयसवाल के द्वारा बीच में ही इनका डायलिसिस बंद करा दिया गया।
- जिसके कारण 6 जून 2016 राम बाबू जयसवाल की मृत्यु हो गयी।
- उस समय अंकिता जयसवाल लखनऊ में थी।
- पिता के देहांत की खबर अंकिता को नहीं दी गयी और आनन-फानन में ही राम बाबू का अंतिम संस्कार करा दिया गया।
- राम बाबू के देहांत के बाद सम्पत्ति के लिये अंकिता की माता अब अपने बेटों अनूप, अनुज और अभिषेक के साथ मिलकर अंकिता की हत्या करना चाहती हैं।
पुलिस प्रशासन सुरक्षा देने में है असमर्थ :
- अंकिता ने अपनी सुरक्षा के लिये पुलिस प्रशासन से लेकर जिलाधिकारियों तक गुहार लगाई।
- मगर अंकिता को कही से भी कोई मदद नहीं मिल रही है।
- इलाहाबाद पुलिस प्रशासन इसे घरेलु मामला बताकर अपना पल्ला झाड़ रहा है।
- अंकिता ने SP सिटी इलाहाबाद से भी अपनी माँ और भाइयों के द्वारा की जा रही खतरनाक साजिश के बारे में बताकर अपनी सुरक्षा की माँग की मगर SP सिटी इलाहाबाद ने उसकी कोई मदद नहीं की।
- अंकिता के भाई और माँ रोज अंकिता को जान से मारने की कोशिश करते हैं।
- मगर अंकिता की ये फरियाद सुनने वाला कोई नहीं हैं।
- आपको बता दें कि अंकिता के पिता राम बाबू अपने पीछे 17-18 करोड़ की संपत्ति छोड़ गये हैं।
- इसी सम्पति की लालच में अंकिता के सगे भाई और उसकी सगी माँ उसकी जान लेना चाहते हैं।
भाई हैं अपराधी फिर क्यों दे रही है पुलिस उनका साथ ?
- अंकिता जयसवाल के भाई अपराधी हैं।
- अंकिता के भाई के ऊपर अपनी ही पत्नी के घरवालों की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है।
- अनुज जयसवाल ने अपनी पहली पत्नी के होते हुये भी दूसरी शादी की।
- यह FIR नंबर- 3/2001 कोतवाली 35/2001 – 129/2003 ।
- इसके साथ ही अनुज के ऊपर 498 A के तहत एक और मुकदमा दर्ज है।
- अनुज की पहली पत्नी शुभांगी है जिससे अनुज ने लव मैरिज की थी।
- अनुज की दूसरी पत्नी का नाम निधि है।
- आखिरकार क्यों पुलिस इन अपराधियों का साथ दे रही है?
ये कैसा बर्ताव कर रही है इलाहाबाद पुलिस ?
- अंकिता पिछले कई महीनों से इलाहाबाद पुलिस के ऑफिस के चक्कर काट रही है मगर उसकी FIR कहीं नहीं लिखी जा रही है।
- पीड़िता अंकिता का कहना है कि उसकी माँ अंजुलता और उसके भाइयों ने मिलकर शायद इलाहाबाद पुलिस का मुहँ पैसों से बंद कर दिया है।
- इसलिये एस पी सिटी, एस ओ कीदगंज के साथ-साथ में कोतवाली इंस्पेक्टर भी अपराधियों के खिलाफ बोलने में असक्षम हैं।
- और न ही कोई कार्यवाई करने में समर्थ नजर आ रहे हैं।
- इतना ही नहीं जब अंकिता के अपराधी भाइयों ने अंकिता के खिलाफ झूठी शिकायत की तो पूरा पुलिस महकमा लाव लश्कर के साथ अंकिता को धमकाने पहुँच गया।
इस घटना पर SO कीदगंज का चौंका देने वाला बयान :
- इस प्रकरण पर जब हमारी टीम ने SO कीदगंज से बात की।
- तो SO कीदगंज ने बताया की हमारे थाने में अंकिता नाम से कोई भी शिकायत नहीं आई है।
- और न ही हमे इस तरह के किसी प्रकरण की जानकारी है।
- SO कीदगंज ने बताया कि हमारे थाने से बीती रात कोई भी पीड़िता के घर पर फ़ोर्स लेकर नहीं गया।
इस प्रकरण पर कोतवाली इंस्पेक्टर का जवाब:
- इस प्रकरण पर जब कोतवाली इंस्पेक्टर से हमारी टीम ने बात की तो उन्होंने इस बात को स्वीकार की वो कल रात पीड़िता के घर पर फ़ोर्स लेकर गये थे।
- मगर जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि क्या वो अपने साथ किसी महिला सिपाही को भी ले गये थे तो कोतवाली इंस्पेक्टर के द्वारा जवाब नहीं दिया जा पा रहा था।
- उल्टा उन्होंने हमारे पत्रकार को धमकाना शुरू कर दिया।
- कोतवाली इंस्पेक्टर ने हमारे पत्रकार से कहा कि आप कौन होते हैं ये सब पूछने वाले ?
कितना सही है इलाहाबाद पुलिस का यह बर्ताव ?
- इलाहाबाद पुलिस के द्वारा अंकिता के साथ किया जा रहा यह बर्ताव कितना सही है।
- यह एक बहुत बड़ा सवाल है।
- पुलिस सब कुछ जानते हुये भी अपनी आँखों पर पट्टी बांधे बैठी हुई है।
- जिसके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिये इलाहाबाद पुलिस उसी को संरक्षण दे रही है।
- शायद इलाहाबाद पुलिस को अपने ऊपर होने वाली कार्यवाई का बिलकुल भी डर नहीं है।
अब यह देखना बहुत जरुरी है कि इलाहाबाद पुलिस के द्वारा किये गये इस बर्ताव पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और यूपी पुलिस विभाग में बैठे आला अधिकारी क्या कोई कार्यवाही करते हैं ? क्या अंकिता को कोई इंसाफ मिल पायेगा ? या फिर अंकिता अपनी माँ और भाइयों की साजिश का शिकार हो जायेगी ?