- मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शुक्रवार को किंगजार्ज चिकित्सा विवि गैंगरेप और एसिड अटैक की शिकार एक महिला को देखने गये थे।
- उनके जाने के बाद संवेदनहीन महिला सिपाहियों ने पीड़िता के साथ सेल्फी ली थी।
- इस खबर को uttarpradesh.org ने प्रमुखता से प्रकाशित कर जिम्मेदारों को अवगत कराया था।
- हमारी इस खबर का संज्ञान लेते हुए एसएसपी मंजिल सैनी ने महिला सिपाही रजनी बाला, डेजी सिंह और साधना यादव को निलंबित कर दिया है।
यह है पूरा घटनाक्रम
- बता दें कि रायबरेली में रहने वाली इस महिला के साथ 2008 में कुछ बदमाशों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था और इस पर एसिड भी फेंक दिया था।
- पुलिस ने इस केस में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
- महिला 8 साल से इंसाफ के लिए लड़ रही है।
- इस बीच महिला पर केस वापस लेने के लिए लगातार धमकियां मिल रही थी, लेकिन पीड़िता ने इंसाफ के लिए अपना संघर्ष जारी रखा।
- गुरुवार (23 मार्च) को बदमाशों ने महिला पर फिर हमला किया और उसे चलती ट्रेन में तेजाब पिला दिया गया जब वह ऊंचााहार से अपने बच्चों से मिलकर वापस आ रही थी।
- इस घटना के बाद महिला की हालत गंभीर बनी हुई है, उसका मेडिकल कॉलेज के गांधी वार्ड में इलाज चल रहा है।
- सीएम ने महिला और उसके परिजनों से मुलाकात और केस में इंसाफ का भरोसा दिलाया था।
- सीएम ने पीडि़त परिवार के लिए सीएम ने एक लाख रुपये सहायता राशि के चेक भी महिला को सौंपा था।
- सीएम से मुलाकात के बाद पीड़ित के परिवार में न्याय की आस बंधी है।
चार सस्पेंड आरपीएफ के जवान स्पेण्ड, दो गिरफ्तार
- महिला को ट्रेन में तेजाब पिलाने के मामले में आरपीएफ के कांस्टेबल बाबू लाल, कांस्टेबल मनीन्द्र यादव, कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है।
- इस पूरे मामले की जांच आईजी लखनऊ ए. सतीश गणेश की दी गई है।
एसिड अटैक के आरोपी भूरे और गुड्डू,जिन्हें पुलिस ने रायबरेली से दबोचा। @raebarelipolice @Uppolice @DehalManzil pic.twitter.com/Xu4kw7V1qK
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) March 24, 2017
- इस संबंध में मुख्य सचिव होम मनी राम यादव ने बताया कि वही डीजीपी लखनऊ से वार्ता करेंगे कि मामले की जांच 15 दिन के अंदर प्रस्तुत की जाये।
- इस संबंध में जीआरपी पुलिस द्वारा अभियुक्त भोंदू सिंह, भाई गुड्डू पुत्रगण त्रिभुवन सिंह निवासी सवइयाधनी थाना ऊंचाहार, रायबरेली को गिरफ्तार किया गया है।
- यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि पीड़िता को सुरक्षा मुहैया करवाई गई है, सम्पूर्ण मामले की जांच कराई जायेगी।
पीड़ित महिला को मिला पांच लाख का मुआवजा
- मुख्य सचिव होम मनी राम यादव ने बताया कि वर्ष 2014 अधिनियम के तहत एसिड एटैक पीड़ित महिला को राज्य सरकार द्वारा पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा।
- साथ ही उनके इलाज किसी भी अस्पतालों में मुफ्त होगा।
- रायबरेली के डीएम ओर एसपी से कहा गया है कि जल्द से जल्द उसकी औपचारिकता पूरी की जाये ताकि महिला को लाभ मिल सके।
- उन्होंने यह भी बताया कि इस बात की भी जांच कराई जायेगी कि तेजाब कहा बिकता, तेजाब पूरे रूप प्रतिबंधित है, उसके बाजवूद भी ऐसिड अटैक की घटनाएं हो जा रही हैं।
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