उ0प्र0 में लगभग 68 लाख अनमीटर्ड विद्युत उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने हेतु बिजली कम्पनियों द्वारा खरीदे जा रहे मीटरों की खरीद फरोख्त व शहरी क्षेत्रों में 40 लाख स्मार्ट मीटर खरीद प्रक्रिया में बिजली कंपनियों द्वारा मीटर (meter purchase) की गुणवत्ता पर उदासीनता बरतने के विरोध में उ0 प्र0 राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने आज नियामक आयोग अध्यक्ष देश दीपक वर्मा से मुलाकात कर लम्बी वार्ता की।
हरियाली तीज 2017: खाटू श्याम मन्दिर में कल उत्सव!
उठाये गए कई प्रमुख मुद्दे
- उपभोक्ता परिषद द्वारा आयोग के सामने यह मुद्दा उठाया गया कि पश्चिमांचल व पूर्वांचल द्वारा लगभग 400 करोड़ के मीटर खरीद कर स्थापित कराने के आदेश निर्गत किये जा चुके हैं।
- जिसमें मीटरों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु जो प्रभावी कदम उठाये जाने चाहिये थे वह नही उठाये गये।
- अब जब उपभोक्ता परिषद द्वारा मामले पर सवाल खड़ा किया गया।
- तो बिजली कम्पनियों व पावर कार्पोरेशन द्वारा मीटर सैम्पल की सीपीआरआई से जांच कराने की बात की जा रही है।
- अनेकों मीटर निर्माताओं जिनके खिलाफ गंभीर आरोप होने के बावजूद भी उन्हें करोडों के आर्डर दे दिये गये हैं।
- पूरे प्रदेश में कुछ मीटर निर्माताओं के मीटर जो उपभोक्ता के यहां लगे हैं उसमें रीडिंग जम्पिंग की शिकायत आ रही है।
- जिस पर आयोग द्वारा भी पूर्व में रिपोर्ट तलब की गयी थी।
- उसके बावजूद भी ऐसी कंपनियों को करोड़ों का आर्डर निर्गत किया गया।
लाखों बेरोजगारों की उम्मीद पर फिरा पानी: रालोद!
लापरवाही पर लिया जायेगा कड़ा एक्शन
- नियामक आयोग अध्यक्ष देश दीपक वर्मा ने उपभोक्ता परिषद द्वारा रखे गये।
- साक्ष्यों को देखकर मामले को गंभीर करार (meter purchase) देते हुए।
- उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष से पूरे मामले पर एक विस्तृत प्रस्ताव बनाकर आयोग को सौंपने को कहा गया।
- उपभोक्ता परिषद द्वारा पूरे मामले पर जल्द ही आयेाग को एक विस्तृत प्रस्ताव सौपा जायेगा।
- नियामक आयोग अध्यक्ष ने उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष को यह आश्वासन दिया।
हेलो! त्रिपाठी जी….. अब कोई गाड़ी नहीं चलेगी: ऑडियो वॉयरल!
- कि उपभोक्ता परिषद द्वारा विस्तृत प्रस्ताव देने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे मामले पर बिजली कम्पनियों से रिपोर्ट तलब की जायेगी।
- किसी भी स्तर पर बिजली कंपनियों द्वारा बढ़ती जा रही उदासीनता को बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
- बिजली कम्पनियेां को हर हाल में मीटरों की उच्च गुणवत्ता बनाये रखने के लिये कदम उठाना ही होगा।
- पूरे मामले में जिस भी कम्पनी द्वारा लापरवाही बरती गयी होगी उसके खिलाफ आयोग कठोर कदम उठायेगा।
सतर्कता आयोग द्वारा चयनित सर्वाधिक भ्रष्ट विभाग!
दागी कंपनी से मीटर खरीदने की तैयारी
- उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार की जिस कम्पनी ईईसीएल (एनर्जी एफिसेन्सी सर्विसेज लि0) द्वारा पूर्व में उपभोक्ताओं को एलईडी बांटे गये।
- आज भी पूरे प्रदेश में एक साल नहीं बीता अनेकों उपभोक्ताओं के एलईडी बल्ब खराब हो गये।
- अब इसी कम्पनी के माध्यम से पुनः 40 लाख स्मार्ट मीटर शहरी क्षेत्रों में लगाने के लिये खरीद हेतु एमओयू करने की तैयारी की जा रही है।
- सवाल यह उठता है कि भारत सरकार की इस कम्पनी ने किन कंपनियों से करार किया।
- जिसके द्वारा आपूर्तित एलईडी बडी संख्या में खराब हुयी है।
- अब उसी कम्पनी के माध्यम से स्मार्ट मीटर खरीदने की तैयारी की जा रही है।
- जिस पर (meter purchase) भारत सरकार व उ0प्र0 सरकार को सोचना चाहिये कि उच्च गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ हो रहा है।