भारतीय सेना को विश्व में तीसरी सबसे मज़बूत सेना का दर्जा दिया जाता है. जिसका मुख्य कारण इस सेना का आत्मविश्वास और अपने देश के प्रति निष्ठा को माना जाता है. परंतु भारत में सेना के अलावा भी और कई ऐसे सैनिक बल हैं जिनके इतिहास के बारे में सुन आपको भारतीय होने पर गर्व होगा. इसी श्रेणी में उत्तर प्रदेश का STF सेना बल भी आता है. जिसका इतिहास ना केवल आपको गौरवान्वित करेगा बल्कि इसकी उपलब्धियों को जानकर आपको महसूस होगा कि जैसे देश के बाहर के दुश्मनों से लड़ने के लिए सेना है वैसे ही देश के अंदर छिपे देश के दुश्मनों से कोई हमारी रक्षा कर रहा है.
UP STF के गठन का कारण :
- जैसा की सब जानते हैं कि हर राज्य की सरकार को एक अधिकार होता है,
- जिसके तहत वे अपने प्रदेश के लिए पुलिस बल का गठन कर सकती है.
- यही कारण था कि उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा भी इस ख़ास पुलिस बल का गठन किया गया था.
- आपको बता दें कि इस पुलिस बल का गठन आज ही के दिन सन 1998 में हुआ था.
- यह वो दौर था जब सूबे में अपराध चरम पर था और राजनैतिक शरण के तले सुरक्षित था.
- इस समय राजनेता अपने विपक्षियों के खात्मे के लिए कई नामची हत्यारों को सुपारी दिया करते थे.
- इन्ही में से एक था श्री प्रकाश शुक्ला जो एक प्रसिद्ध गैंगस्टर नेताओं से सुपारी लेकर हत्याएं किया करता था.
- यही नहीं वह इतना मशहूर अपराधी था कि उसे पकड़ने के लिए राज्य सरकार को इस पुलिस बल का गठन करना पड़ा था.
पहले ही ऑपरेशन में सफल हो बनी राज्य का अभिन्न अंग :
- इतिहास बन चुकी तारीख यानी 4 मई 1998 में इस पुलिस बल का गठन हुआ था.
- जिसके बाद से ही यह बल अपने पहले ऑपरेशन को अंजाम देने में लग गया था.
- आपको बता दें कि यह पहला ऑपरेशन था श्री प्रकाश शुक्ला का एनकाउंटर.
- जिसके लिए इस सेना बल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी.
- गौरतलब है कि STF की प्रदेश पुलिस द्वारा इस मुठभेड़ को अंजाम दिया गया था.
- जिसके बाद 22 सितंबर 1998 में गाज़ियाबाद स्थित एक मकान के पास उसे मुठभेड़ में मार गिराया गया था.
- STF की इस उपलब्धि के बाद से ही यह सेना बल उत्तर प्रदेश सी सुरक्षा व्यवस्था का एक अभिन्न अंग बन गया था.
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