दिल्ली एम्स से वर्ष 2011 में पुलिस को चकमा देकर भागे कुख्यात अशोक पहलवान को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। वह अपहरण व हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद से फरार चल रहा था। गाजियाबाद के इनामी हिस्ट्रीशीटर अशोक को मेरठ एसटीएफ ने टोल प्लाजा से गिरफ्तार कर लिया है। वह मसूरी से घूमकर कार से वापस लौट रहा था।
गुजिया गढ़ी का रहने वाला है अपराधी
- एसटीएफ मेरठ के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र यादव के अनुसार, अशोक पहलवान गाजियाबाद जिले के मसूरी थाना क्षेत्र के गुजिया गढ़ी का रहने वाला है। वह गाजियाबाद के कवि नगर थाने का हिस्ट्रीशीटर है, उसपर पांच हजार का ईनाम था।
- इस अपराधी को गाजियाबाद से अपहरण, हत्या के एक मामले में उसे 2011 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
- उसे डासना जेल भेजा गया था, लेकिन बीमारी की वजह से से दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था।
- जहां से वह पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। तभी से यूपी पुलिस और एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
- मेरठ एसटीएफ भी उसकी तलाश में थी सर्विलांस से भी उसे ट्रेस करने की कोशिश हो रही थी।
- तभी एसटीएफ को पता चला कि अशोक मसूरी में घूमकर मेरठ की ओर आ रहा है।
- वहां से वह गुड़गांव जाएगा सटीक सूचना पर एसटीएफ की टीम ने टोल प्लाजा पर जाल बिछा दिया।
- टीम ने प्लाजा की घेराबंदी कर दी तभी एक गाड़ी में आते ही उसे दबोच लिया गया।
- उसने भागने की कोशिश की लेकिन टीम मुस्तैद थी।
- एसटीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि अशोक पहलवान इन दिनों गुड़गांव में रह रहा था।
- वहीं एसटीएफ देर रात तक उससे पूछताछ कर और महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने में लगी रही।
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