उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी शपथ ग्रहण के बाद सूबे की प्रशासन की कार्य शैली को ठीक करने की बात कही थी। लेकिन भ्रष्टाचार और धांधली में लिप्त हो चुके प्रशासन को सुधार पाना मुख्यमंत्री योगी के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। बिजली की समस्या में सरकारी विभाग ही करोड़ों के बकायेदार बने बैठे हैं, उसके बावजूद सरकारी विभाग बिजली का बकाया बिल जमा नहीं कर रहे हैं। जिसके तहत सूबे के ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग भी की थी। इसी क्रम में लखनऊ विकास प्राधिकरण भी बिजली विभाग के 8 करोड़ रुपये के बिल का बकायेदार(UPPCL Arrears) है।
बिजली विभाग ने जारी किया नोटिस(UPPCL Arrears):
- सूबे के कई सरकारी विभागों का बिजली बिल बकाया है।
- जिसके तहत लखनऊ विकास प्राधिकरण भी बिजली विभाग का बकायेदार है।
- प्राप्त जानकारी के अनुसार, LDA का करीब 8 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है।
- वहीँ बिल की वसूली के लिए बिजली विभाग ने LDA को नोटिस जारी कर दिया है।
- जिसके तहत LDA को 20 सितम्बर तक बिजली का बिल जमा करना है।
सालों से नहीं जमा हुए मार्ग प्रकाश के बिल(UPPCL Arrears):
- LDA पर बिजली विभाग का करीब 8 करोड़ का बिल बकाया है।
- गौरतलब है कि, विभूति खंड और विकल्प खंड में मार्ग प्रकाश का बिल सालों से जमा नहीं किये गए हैं।
- ज्ञात हो कि, LDA ने बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद भी बिल नहीं जमा किया है।
- जिसके बाद बिजली विभाग ने 20 सितम्बर तक बिल जमा न होने पर कनेक्शन काटने की बात कही है।
किसका कितना बाकी, कौन कितना बड़ा बकायेदार(UPPCL Arrears):
- मंत्री आवास- 25 करोड़ 90 लाख बकाया
- इंदिरा भव- 3.55 करोड़ बकाया
- जवाहर भवन- 2.88 करोड़ बकाया
- मंत्री आवास- 2.74 करोड़ बकाया
- वीआईपी गेस्ट हाऊस- 2.72 करोड़ बकाया
- वीवीआईपी गेस्ट हाऊस- 2.34 करोड़ बकाया
- पार्क रोड विधायक आवास- 1.90 करोड़ बकाया
- मंत्री आवास न्यू- 1.36 करोड़ बिजली बिल बकाया
- मीरा बाई गेस्ट हाऊस- 1.22 करोड़ बकाया
- बटलर पैलेस- 74.17 लाख बकाया
- कालीदास के बंगले- 75.30 लाख बकाया है।