पूरी दुनिया में बढते प्रदूषण को रोकने के लिए भारत समेत अनेक देशो में तमाम तरह के ईको फ्रेन्डली कार्यक्रम चलाये जा रहे हैंं लेकिन इसके बावजूद भी कोई उत्साहजनक नतीजे अभी तक सामने नही आये है। वायू के लगातार प्रदूषित होने की वजह से बहुत सारी नयी बीमारियां जन्म ले चुकी हैंं।
बात अगर उत्तर प्रदेश की करें तो यहां की स्थिति भी बहुत भयावह नजर आती है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के ताजा आकड़ो के अनुसार उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार एयर क्वालिटी में गिरावट दर्ज हो रही है। इस प्रदेश के चार शहर ऐसे है जो सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरो मे शामिल है। इस सूची में प्रदेश की राजधानी लखनऊ, कानपुर, फिरोजाबाद और संगम नगरी इलाहाबाद जैसे शहर शामिल हैं। डब्लूएचओ के मुताबिक कानपुर इस लिस्ट में 15वें स्थान पर है जबकि फिरोजाबाद और लखनऊ 17वें और 18वें पोजीशन पर हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कुछ समय पहले इस समस्या को लेकर जागरूकता फैलाने की कोशिश करते नजर आये थे लेकिन उनकी बातों का कोई असर होता दिखाई नही दिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने पालीथिन भी बैन कर दी है लेकिन इसके वाबजूद आज भी लोग बड़ी मात्रा में पालीथिन का इस्तेमाल करते हुए नजर आ रहे है। ऐसे में यह अंसभव है कि इसका कोई समाधान निकल पायेगा।