सोमवार को यूपी पुलिस के CCTV कैमरे से मॉनिटरिंग के दावों के बाद UttarPradesh.org ने उन कैमेरों की सच्चाई से अवगत कराया था। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस (@uppolice) ने ट्विटर पर रिप्लाई देते हुए कहा, ‘ इस मामले को उठाने के लिए धन्यवाद, संबन्धित विभाग से पड़ताल करने के बाद हम इसपर अपना पक्ष रखेंगे!’
~ Thank u for flagging this issue. We shall take it up with the concerned & get back on this soon.
— UP POLICE (@Uppolice) June 6, 2016
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े दावे करती है। उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने लखनऊ में 5000 कैमरे लगवाने की बात कही थी। मगर हकीकत कुछ और ही है और सुरक्षा के नाम पर सिर्फ नाम मात्र ही कुछ सीसीटीवी कैमरे राजधानी में लगवाये गये हैं। इन लगवाये गये सीसीटीवी कैमरों में भी अधिकतर कैमरें या तो ख़राब पड़ें है या फिर उनका लखनऊ पुलिस इस्तेमाल नहीं कर रही है।
ऐसे मे पुलिस के तमाम दावे झूठे साबित होते दिख रहे हैं जिनमें वो शहर कि सुरक्षा के प्रति आम-जन को आश्वासन देते हैं। पुलिस की इस लापरवाही का खामियाजा राजधानी की जनता को भुगतना पड़ता है और आए दिन शहर में आपराधिक गतिविधियों के बाद आरोपी फरार हो जाते हैं!
Reality check: यू.पी पुलिस के सुरक्षा दावों की सच्चाई, कर रही है लखनऊ की जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़!