हाल ही में कुछ दिनों पहले हरियाणा में जाटों ने आरक्षण के नाम पर अराजकता को जो खेल खेला था, उसी तर्ज़ पर वेस्ट यूपी के राजपूतों ने ओबीसी कोटे में रिजर्वेशन की मांग शुरू कर दी है। गौरतलब है की कुछ दिन पहले हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर सड़को पर उतरे थे और पूरे राज्य में आगजनी व हिंसक घटनाएँ हुई थी। राजपूतों ने धमकी दी है की ‘अगर उनकी मांग नहीं मानी गयी तो वो भी आन्दोलन करेंगे’।
क्या है पूरा मामला:
- प्रदेश के पश्चिमी यूपी के राजपूतों द्वारा उन्हें ओबीसी कोटे में रिजर्वेशन देने की मांग की गयी है।
- रावा राजपूत समिति के एक सदस्य के मुताबिक, यूपी में राजपूतों की जनसँख्या 7% है।
- इस आबादी में अधिकतर लोग बहुत ज्यादा पिछड़े हिस्से से हैं।
- राजपूत समुदाय का कहना है की उन्हें मेनस्ट्रीम सोसाइटी के साथ जोड़े जाने की जरुरत।
- बिजनौर और मुजफ्फरनगर की राजपूत समुदाय के लोगों का कहना है की यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वो भी आन्दोलन करेंगे।
- उनका कहना कि, ’हम कोटे में रिजर्वेशन के लिए प्रदेश में बड़ा प्रोटेस्ट ऑर्गेनाइज करेंगे’।
- हालाँकि, सड़क पर उतरने से पहले राजपूत समुदाय का एक दल मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से मुलाकात करेगा।
कहीं हरियाणा न बन जाये यूपी:
पश्चिमी यूपी में राजपूतों द्वारा आरक्षण का मुद्दा उठाये जाने व उनकी मांग न पूरी होने पर प्रदेश में एक बड़े आन्दोलन की चेतावनी दी है। हाल ही में हमने देखा की हरियाणा में जाटों द्वारा आरक्षण की मांग की आड़ में पूरे राज्य में लूट-पाट, आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया था, जिससे अरबों रुपये की संपत्ति बर्बाद हो गयी थी। ऐसे में प्रदेश के राजपूतों की ऐसी धमकी कहीं उत्तर प्रदेश को हरियाणा न बना दे।