बसपा ने लोक सभा चुनावों को देखते हुए नाराज नेताओं को मनाना शुरू कर दिया है। बसपा जानती है कि यदि उसे अपना खोया हुआ वोटबैंक और पहचान चाहिए तो उसे पुराने नेताओं पर ही भरोसा करना पड़ेगा। इसी क्रम में यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो बसपा से निष्कासित हुए पूर्व विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी जल्द ही फिर से पार्टी में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, बसपा सुप्रीमो से हरी झंडी मिलने के बाद पूर्व विधायक घर वापसी करने की तैयारी करने में जुट गए हैं।

निर्दलीय प्रत्याशी का किया था समर्थन :

यूपी में हुए निकाय चुनाव के दौरान पूर्व विधायक ने पार्टी प्रत्याशी के स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन किया था जो उन्हें भारी पड़ गया था। पार्टी आला कमान ने चुनाव के दौरान पूर्व विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। हालांकि उनका समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहा था। इस जीत से उन्होंने अपनी ताकत का अहसास कराया था लेकिन बसपा में वापसी के लिए उन्हें कई मुश्किलें और पार करनी थी।

अब बसपा में पूर्व विधायक हाजी सरवत करीम वापसी का रास्ता लगभग साफ हो गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद पूर्व विधायक खेमे में खुशी का माहौल है।

राजनीतिक जीवन को मिलेगी संजीवनी :

रूड़की के शिवालिक नगर स्थित प्रदेश कार्यालय पर बसपा की सभा का आयोजन किया गया। इसमें हाजी सरवत करीम अंसारी की घर वापसी होना लगभग तय हो गया है। पूर्व विधायक का पुन: हाथी पर सवारी करना उनके राजनैतिक भविष्य को जीवनदान मिलने के बराबर है। इसी के साथ मंगलौर नगर की बात करें तो अंसारी समाज ने निकाय चुनाव में एक मत होकर पूर्व विधायक के निर्दलीय प्रत्याशी दिलशाद अहमद को जिताया है।

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