प्रदेश में उस समय हड़कंप मच गया जब वाराणसी में एक निमार्णाधीन के पुल के गिर जाने से कईयों की जान चली गई। अफरातफरी में राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। घटना की जानकारी के बाद मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी देर रात पहुंचे। अधिकारियों से मिलकर राहत बचाव कार्य की जानकारी ली। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी घायलों का निशुल्क व समुचित इलाज कराया जाए। घटनास्थल से वह सीधे अस्पताल जा पहुंचे जहां वह घायलों का हाल जाना।
अधिकारियों को नहीं पता कैसे गिरा गार्डर
मंगलवार की देर रात सीएम योगी वाराणसी के चौकाघाट स्थित फ्लाईओवर गिर जाने की जानकारी के बाद पहुंचे। जिसके बाद अधिकारियों से घटना के बावत जानकारी ली। पूछा कि कैसे फ्लाईओवर गिरा, इस पर अधिकारी किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध होने से अनभिज्ञता जताते रहे। वहीं अधिकारियों को फटकार भी लगाई। चेताया कि सभी घायलों का इलाज निःशुल्क किया जाए। किसी भी प्रकार कही लापरवाही बरदास्त नहीं की जाएगी।
48 घण्टे में पेश की जाएगी रिपोर्ट
सीएम योगी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि सभी मृतकों को सरकार की तरफ से पांच लाख रूपये दिया जाएगा। वहीं घटना में घायलों को 2-2 लाख रूपये दिए जाएंगे। कहा कि इस घटना की समुचित जांच की जाएगी। 48 घण्टे के भीतर ही रिपोर्ट पेश की जाएगी। जिसमें घटना के कारणों का खुलासा किया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भ्रष्टाचार की आ रही है बू
वाराणसी में अचानक से गार्डर गिर जाने से दर्जनों लोग मारे गए है तो वहीं काफी संख्या में लोग घायल हुए हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में भ्रष्टाचार होने की भी आशंका जताई जा रही है। कहीं ना कहीं इस मामले में खराब मैटेरियल इस्तेमाल किया गया है अथवा विभागीय लापरवाही के कारणों से यह गार्डर गिरा। वजह चाहे जो भी हो इस हादसे में मारे जाने वाले परिवार के लोग पुनः वापस नहीं आ सकते। चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है। उन परिवारों पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा है, जिन्होंने अपनों को होया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर जताया दुःख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए, ‘मैंने अधिकारियों से बात की है और प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद देने का निर्देश दिया है।’ इसके साथ ही दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘मैंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले पर बात की है। यूपी सरकार मामले पर नजदीक से नजर बनाए हुए है।
चारों ओर मचा हाहाकार और चीख पुकार, गाड़ियां हुई चकनाचूर
वाराणसी में कैंट स्टेशन के सामने सड़क पर राजकीय निर्माण निगम फ्लाई ओवर का निर्माण करा रहा है। मंगलवार शाम को निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक पिलर गिर गया। ओवरब्रिज का पिलर गिरने के बाद चीख पुकार मच गई और अफरातफरी की स्थिति मौके पर बन गई। पिलर का एक हिस्सा गिरने से उसके नीचे कई लोग दब गए। कार में बैठे लोग भी पिलर की चपेट में आने से कार के साथ ही पिचक गए।
घटनास्थल पर कई गाड़ियां, जिनमें बस, कई कारें और लगभग आधा दर्जन से ज्यादा मोटरसाइकिलें भारी भरकम पिलर के नीचे दबी हुई थी। घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त था। लोगों में इस निर्माण के तरीके को लेकर भी गुस्सा देखने को मिल रहा था।
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर स्थानीय लोग, NDRF और पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। वाराणसी जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये थे। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर लोगों को बचाने के लिए राहत एवं बचाव का कार्य देर रात तक जारी था। घटनास्थल का नजारा बड़ा ही वीभत्स है।
जान बचाने की कोशिश में कई लोग गिरकर घायल
जानकारी के मुताबिक, कैंट रेलवे स्टेशन के पास महीनों से बन रहा ओवरब्रिज का एक बड़ा हिस्सा मंगलवार शाम को अचानक जमीन पर आ गिरा। ओवर ब्रिज का हिस्सा जमीन पर गिरते ही नीचे मौजूद लगभग 50 लोग इसके मलबे में दब गए। इस दौरान भागादौड़ी और जान बचाने की कोशिश में कई लोग इस दौरान गिरकर घायल भी हो गए। काफी भीड़ भरे क्षेत्र में अचानक हुए इस हादसे में भगदड़ मचने के बाद मौके पर पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला और लोगों को सुरक्षित करने के प्रयास में जुट गए। हादसे की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय नागरिक भी सहयोग में आगे आए और ओवरब्रिज गिरने के बाद नीचे फंसे वाहन और उसमें मौजूद लोगों को बचाने की कोशिश करने लगे।
क्योटो की तर्ज पर विकसित करने का खाका हो रहा तैयार
आपको बता दे कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है और बीजेपी यहां लगातार विकास करने के लिए प्रतिबद्ध नजर आती है। लोकसभा चुनाव 2014 में वाराणसी से जीत हासिल करके सरकार बनाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी को क्योटो बनाने का वादा किया। इस वादे के तहत पीएम ने वाराणसी को 21वीं सदी के लिए मॉर्डन स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद करते हुए शहर को जापान की धार्मिक राजधानी क्योटो की तर्ज पर विकसित करने का खाका तैयार किया।