उत्तर प्रदेश के अयोध्या (फैजाबाद) जिला के कैंट थाना क्षेत्र के कौशलपुरी कॉलोनी निवासी ठेकेदार अजय प्रताप सिंह उर्फ सोनू सिंह की पिछले शनिवार को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने गोसाईंगंज से भाजपा विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी समेत दो अज्ञात शूटरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। घटना के बाद एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया था और मामले में साआदतगंज चौकी इंचार्ज रामेंद्र वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया था। प्राथमिक जांच में इस हत्या के पीछे ठेकेदारी विवाद सामने आया था। हत्या के केस में नामजद भाजपा विधायक इंद्र प्रताप सिंह की अब तक ना तो पुलिस ने गिरफ्तारी की है और ना ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है। सत्ता के भय से पुलिस द्वारा भाजपा विधायक पर कोई कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर पहुंचा। लेकिन पीड़ित परिवार की मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई। पीड़ित ने आरोपी भाजपा विधायक पर कार्रवाई करते हुए पूरे मामले की सीबीआई से जांच करवाने और आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है।
अयोध्या जिला के हैदरगंज थाना क्षेत्र के बैठी कला गांव के रहने वाले राजकुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उनके पुत्र अजय कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह की हत्या 22 दिसंबर 2018 को कर दी गई थी। जिसमें गोसाईगंज विधानसभा के वर्तमान विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ कैंट थाना जनपद अयोध्या में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। हत्या के 10 दिन पहले पिपरी टोल प्लाजा जनपद अयोध्या पर सरेआम रास्ते में रोककर स्वयं इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी द्वारा क्षेत्र में कराए जा रहे कार्यों में रंगदारी न देने पर हत्या करने की धमकी दी गई थी। इसके बाद पीड़ित के पुत्र ने पुलिस क्षेत्राधिकारी बीकापुर अयोध्या को और अन्य अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराया था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
इससे इस कुख्यात अपराधी विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी का मनोबल बढ़ गया और पुत्र की हत्या करा दी। आरोप है कि भजपा विधायक प्रशासन पर अपनी दबंगई से मेरे पक्ष के ही लोगों और रिश्तेदारों को इस घटना में शामिल बताकर प्रताड़ित कराया जा रहा है। जबकि नामजद होने के बाद भी न तो खब्बू तिवारी से कोई पूछताछ हुई और न ही उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया। इसके कारण मेरे परिवार के साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। सीएम से दिए गए प्रार्थना पत्र में पीड़ित ने कहा है कि मेरे नौजवान और निर्दोष पुत्र जिस पर पूरा परिवार आश्रित था। उसकी हत्या की जांच और इसमें कुख्यात विधायक इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू तिवारी के सन लिप्त होने की जांच सीबीआई से कराई जाए एवं परिवार के एकमात्र कमाऊ पुत्र की हत्या के बाद बच्चों और विधवा बहू के जीविकोपार्जन के लिए आर्थिक सहायता देने की सहायता प्रदान कर हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
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