उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला में पिछले साल हुए डबल मर्डर के मामले में पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पीड़ितों ने कमिश्नरी में अपने ऊपर मिटटी का तेल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। आत्मदाह का प्रयास करते ही मौके पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सभी पीड़ितों को हिरासत में लिया और थाने ले गए। पुलिस पीड़ितों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
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डबल मर्डर के पीड़ितों का आरोप है कि राजनीतिक दबाव में पुलिस उन्हें फंसाने का प्रयास कर रही है। आरोप है कि पुलिस रात में सोते समय घरों में दबिश देकर परेशान करती है। रोज-रोज पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर पीड़ित परिवार सुबह कमिशनरी पहुंचे और खुद को फंसाने का आरोप लगाते हुए मिट्टी का तेल डाल कर खुद को जलाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि पीड़ितों ने सीओ के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाई।
पिछले साल हुई थी सनसनीखेज वारदात
गौरतलब है कि 14 सितंबर 2017 को सनौता निवासी कलीम पुत्र निसार के भाई दिलशाद व मंशाद की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में शामिल रहे आरोपी दरियाव, धर्मवीर, मदन, रवि, हाजी गुलफाम, शाहिद और आरिफ जेल में हैं। पीड़ित ने आरोप लगाया कि कई नामजद आरोपी अब तक फरार हैं जो गांव में खुले घूमते उसके परिवार पर फैसले का दबाव बना रहे हैं।
उसने बताया कि उसके भाइयों की हत्या के मामले में पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और अदालत में केस की ट्रायल चल रही है। आरोप है कि हत्यारोपी गवाही देने की सूरत में गवाहों की हत्या की धमकी दे रहे हैं। दहशतजदा गवाहों ने अपनी सुरक्षा और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। वहीं पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय पीड़ितों को ही सता रही है।