मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अभी पिछले दिनों 13 अप्रैल को 150 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा को हरी झंडी दिखाई थी। इस दौरान ईएमआरआई/जीवीके कंपनी ने खटारा एम्बुलेंस का शुभारंभ करवा दिया था। लेकिन अब 108 व 102 एम्बुलेंस सेवा का संचालन करने वाली कंपनी ने इन एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की पुख्ता व्यवस्था की है।
- शुभारंभ होने के तुरंत बाद यह एम्बुलेंस वर्कशॉप में पहुंच गईं थीं इसके बाद कंपनी की खूब बेइज्जती हुई।
- इसी क्रम में हाथरस जिले के बागला स्थित संयुक्त चिकित्सालय में जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने 2 नई एम्बुलेंसों का किया उद्दघाटन किया।
- यह दोनों एम्बुलेंस सभी सुविधाओं से लैस हैं।
- जीवीकेएमआरआई का विवादों से पुराना नाता है।
- कंपनी पर इससे पहले 102 व 108 के संचालन में खामियां मिलने की बात उजागर हो चुकी है।
- पीडीआर समेत दूसरे दस्तावेजों में घालमेल की बात सामने आई।
- जिसमें करोड़ों रुपये के घोटाले की आशंका जाहिर हुई।
- पूर्व परिवार कल्याण मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने मामले की जांच के आदेश भी दे रखे थे पर अफसरों ने
- अखिलेश सरकार के जाते ही फाइलों को दबा दिया।
- 102 के तहत 2270 एम्बुलेंस का संचालन हो रहा है
- 108 सेवा के तहत 1488 एम्बुलेंस चल रही हैं।
- अब 108 के तहत 150 एएलएम एम्बुलेंस चलेंगी।
- हर महीने 102 एम्बुलेंस सेवा के लिए करीब 400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
इन गंभीर मामलों में मिलेगा लाभ
- आग से जलने के मामले ( बार्न केसेज)।
- प्रसव के गंभीर मामले।
- किसी भी आधुनिक मामले में आधुनिक चिकित्सा उपचार की आवश्यकता।
- हार्ट अटैक।
- सांस लेने में परेशानी।
- नवजात बच्चों के गंभीर मामले।
- सड़क दुर्घटना ( हेड इंजरी आदि)।
https://youtu.be/9UrzscZTkAQ
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