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भारत सरकार के सेंट्रल वक्फ कौंसिल के सदस्य ने जिला रामपुर पहुंचकर पूर्व सपा सरकार में खुर्दबुर्द की गई वक्फ संपत्तियों की जांच पड़ताल की।
- पड़ताल के दौरान पूर्व मंत्री आजम खां व उनकी पत्नि पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व एमएलए नवेद मियां को दोषी पाया।
- कमेटी जल्द पीएम मोदी और सीएम योगी को अपनी रिपोर्ट सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की संस्तुति करेगी।
अगले पेज पर पूरी खबर के साथ देखिये वीडियो:
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दौर बदलते ही शुरू हुआ खेल
https://youtu.be/16CPIl5fpn8
- दौर ए रियासत में नवाबीन ने जिला रामपुर में सर्वधर्म सम्भाव का उदाहरण पेश करते हुए हुसैनी सराय की संग ए बुनियाद रखी थी।
- हुसैनी सराय राष्ट्रीय राजमार्ग-24 किनारे पर बनाये जाने के लिए नवाबों ने जमीन और कुछ खर्चें के लिए रूपये वक्फ किये।
- साथ ही हुसैनी सराय की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए एक बोर्ड का गठन किया था जिसमें सभी धर्मों के लोगों को पदाधिकारी और सदस्य बनाया गया ताकि किसी भी धर्म का मुसाफिर रामपुर में सफर के दौरान कयाम कर सके और रास्ते की मुश्किलें उसकी कम हो सकें।
- जैसे-जैसे दौर बदला उनके अनुयायियों ने इस वक्फ की जमीन को खुर्दबुर्द करना शुरू कर दिया।
https://youtu.be/H3bKGFcZRuQ
कब्रिस्तान की मिट्टी से पटवाया जौहर विश्वविद्यालय
- नवाब परिवार से ताल्लुक रखने वाले नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने वक्फ बोर्ड में अत्याधिक चंदा जमा कर इसे आमदनी का जरिया बनाने के लिए इसको काॅम्पलेक्स नुमा दुकानों की शक्ल देकर तामीर कराई।
- लेकिन आजम खां ने सपा सरकार में पूरे काॅम्पलेक्स को मिस्मार करवा दिया।
- अवैध बताकर ध्वस्त कराये जाने के दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के चैयरमेन वसीम रिजवी भी मौजूद रहे थे।
- नवाबीन के जरिये अनाथों के लिए वक्फ की गई जमीन पर पूर्व सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खां ने स्कूल का भव्य निर्माण कराया जिसका कार्य आज भी चल रहा है।
- मोहल्ला मदरसा कोहना में नवाब मोहम्मद अली खां के कब्रिस्तान पर आजम खां द्वारा बुलडोजर चलवा दिया गया और वहां की मिटटी मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में गुपचुप तरीके से ले जाई गई।
https://youtu.be/ip-v4sXJHdA
शिकायतों के बाद भी नहीं निकल हल
- इन मुददों पर जनता द्वारा शिया-सुन्नी बोर्ड में काफी शिकायतें की गईं लेकिन कोई हल नहीं निकला।
- लेकिन अब सूबे का निजाम बदलने पर वक्फ कौंसिल हरकत में आ गया और इन मुददों की जांच के लिए सेन्ट्रल वक्फ कौंसिल भारत सरकार के सदस्य और उख व झारखण्ड के प्रभारी एडवोकेट डॉ. सैयद एजाज़ अब्बास नकवी रामपुर पहुंचे और उन्होंने सभी विवादित स्थलों का जायजा लिया।
- साथ ही सभी बिन्दुओं पर जांच पड़ताल की।
- इसमें पूर्व मंत्री आजम खां एवं उनकी पत्नि पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा, पूर्व एमएलए नवेद मियां व वक्फ बोर्ड के दोनों चैयरमेन के कारनामों की जांच कर आरोप तय किये गये हैं।
- आरोप है कि अपने ज़ाती मफाद के लिए वक्फ संपत्तियों को अपने निजी फायदे के लिए वक्फ सम्पत्तियों को खुदबुर्द किया गया।
मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की सिफारिश
https://youtu.be/BIuYnrfAc8g
- सबसे पहले नवाब काजिम अली खां पूर्व विधायक ने अनाधिकृत रूप से सुन्नी वक्फ बोर्ड में चंदे के शक्ल में तीस लाख रूपया कराया।
- लेकिन आजम खां अपने बेटे को नवेद मियां के खिलाफ चुनाव में खड़ा करने वाले थे जिसके चलते हाथ के हाथ कागजों में फेरबदल कर एक ही दिन में नोटिस देकर वक्फ सम्पत्ति पर बना काॅम्पलेक्स नेस्तनाबूद कर दिया गया।
- इस मौके पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के फूल खां, समी खां, अरशद वारसी, काशिफ खां और मोहम्मद यासीन मौजूद रहे।
- कमेटी ने बताया कि वक्फ माफियाओं के साथ मिलकर सुन्नी एवं शिया वक्फ बोर्ड के दोनों चैयरमेन फारूकी और वसीम रिजवी भी वक्फ सम्पत्तियों को खुर्द बुर्द करने में शामिल रहे।
- सेन्ट्रल वक्फ कौंसिल की कमेटी ने इन सभी वक्फ की सम्पत्तियों का मुआयना किया और सभी को दोषी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई उच्च अधिकारियों पीएम मोदी और सीएम योगी को जांच रिपोर्ट सौंपकर करेंगे मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की सिफारिश भी करेंगे।
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