बसपा सुप्रीमों मायावती ने करारी हार के बाद प्रदेश स्तरीय कोऑर्डिनेटर मीटिंग बुलाई।
इस दौरान मायावती अपने कार्यकर्ताओं से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते दिखीं।
- बता दें कि कांशीराम की 83वीं जयंती के बाद भी उन्होंने पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था।
- उन्होंने ईवीएम मशीन में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव दोबारा बैलेट पेपर व्यवस्था से कराने की मांग की थी।
भजपा की जीत को बताया था बेईमानी
- बैठक के दौरान मायावती ने कहा था कि पंजाब में बीजेपी अकाली दल का तालमेल ठीक नहीं था।
- इसलिए वहां EVM में गड़बड़ी नहीं की।
#लखनऊ : बसपा कार्डिनेटर की 11 बजे मीटिंग, प्रदेश सभी कार्डिनेटर इस मीटिंग भाग लेने पहुंचे! @BspUp2017 @BSP4India pic.twitter.com/GxGgOpThLX
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) March 16, 2017
- मायावती ने ये भी कहा कि अगर बीजेपी मणिपुर गोवा और पंजाब में EVM में गड़बड़ी करती तो पकड़ी जाती इसलिए सबसे बड़े राज्य यूपी में गड़बड़ी की।
- उन्होंने कहा था कि यूपी उत्तराखंड चुनाव ने बीजेपी ने वोटिंग मशीन में गड़बड़ी कर घोटाले वाली जीत हासिल की जो जनता के गले नहीं उतर रही है।
- मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव तक आरक्षण में छेड़छाड़ नहीं लेकिन उसके बाद आरएसएस के एजेंडे पर खत्म भी कर सकते हैं।
- जातिवादी लोग मौका पाते ही आरक्षण ख़त्म कर सकते हैं।
- मोदी और बीजेपी 2019 में फिर से केंद्र की सत्ता में आने का सपना देख रहे हैं।
- मायावती यूपी में बीजेपी की जीत बेईमानी की जीत है।
- उन्होंने कहा था कि भारी जीत के बाद भी मोदी के चेहरे पर वास्तविक मुस्कुराहट नहीं है।
- भाजपा ने यूपी में बेईमानी करके सत्ता हासिल की है।
मायावती ने करारी हार के बाद प्रदेश स्तरीय कोऑर्डिनेटर मीटिंग बुलाई। इस दौरान मायावती अपने कार्यकर्ताओं से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते दिखीं।
इसमें शहरों में संगठन को मजबूत बनाने और अब तक हुई प्रगति की जानकारी ली जाएगी।
बसपा ने इस बार निकाय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
मायावती ने इसके आधार पर शहरी क्षेत्रों में संगठन को मजबूत करने का निर्देश कोआर्डीनेटरों को दिया है।
उन्होंने शहरों में बनने वाले संगठन में युवाओं को 50 फीसदी भागीदारी देने को कहा है।
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