करीब 6 महीने पहले कौशाम्बी जिले में एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस बाहुबली नेता अतीक अहमद को सुरक्षा गार्डों से धकियाकर कार्यक्रम से दूर कर दिया था। उसे दो दिन पहले सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने टिकट देकर उसकी और गुंडई बढ़ा दी। टिकट मिलने के बाद ही इस माफिया डॉन की गुंडई सामने आयी है। आरोप है कि यह गुंडा करीब आधा दर्जन से अधिक लक्जरी गाड़ियों में 50-60 असलाहधारी गुंडे लेकर इलाहबाद के नैनी स्थित कृषि संस्थान में घुस गया। यहां उसने जबरन गेट खुलवाकर कुलपति के कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की और परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को गाड़ियां देकर अभद्रता की। इतना ही नहीं दबंगों के कुलपति सहित पूरे स्टाफ को लात-घूसों और असलहों से मारपीट कर लूटपाट की। दबंगों ने कर्मचारियों के ऊपर कातिलाना हमला किया इसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। चीख पुकार सुनकर आस-पास के लोग दौड़े और पुलिस को सूचना दी। जब तक पुलिस बल मौके पर पहुंचा तब तक सपाई गुंडे भाग गए। हलाकि यह पूरी वारदात कैमरे में कैद हो गई। इस सम्बन्ध में संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन ने नैनी थाने में तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने थाना नैनी पर मु0अ0सं0 1117/16 धारा 147,148,149,395,323,504,506 भादवि व 7सीएलए एक्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। बाहुबली अतीक सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज ली है।
यह है पूरा घटना क्रम
- नैनी थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक, 14 दिसंबर 2016 को समय करीब शाम 4:00 बजे इलाहाबाद के नैनी स्थित में कृषि संस्थान में छात्र छात्राएं परीक्षाओं की तैयारी में व्यस्त थे तथा विश्वविद्यालय अधिकारीगण एवं कर्मचारी अपने-अपने कार्यालय में विभागीय कार्य कर रहे थे।
- तभी पूर्व सांसद अतीक अहमद करीब आधा दर्जन लक्जरी गाड़ियों और बाइकों पर अपने साथ 50 से 60 गुंडे लेकर प्रशासनिक भवन में आ गया।
- वह निदेशक प्रशासन के बारे में जानकारी लेते हुए उनके कार्यालय को जबरदस्ती खुलवाकर अंदर घुस गया एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों को अपशब्द बोलते हुए बैठ गया।
- उनके साथ के उपद्रवी असमाजिक तत्वों ने विभिन्न कार्यालयों में उपस्थित कर्मचारियों को लात-घूसों से मारने-पीटने लगे जिसमें कुलपति कार्यालय में घुसकर कुलपति को भद्दी-भद्दी गालियां दी और कुलपति कार्यालय के कर्मचारियों लोकसेवक शुभेन्दु उपाध्याय, गोविंद प्रजापति को मारा-पीटा।
- माफिया डान अतीक अहमद ने निदेशक प्रशासन कार्यालय में अधोहस्ताक्षरी एवं सुरक्षा अधिकारी आरके सिन्हा को भी मारा पीटा।
- पूर्व सांसद एवं उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में अधोहस्ताक्षरी एवं सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह, सुरक्षा सहायक विजय शंकर शुक्ला, सुधांशु उपाध्याय, गोविंद प्रजापति आदि घायल हो गए।
- इस घटना से विश्वविद्यालय में अफरा-तफरी का माहौल चारों ओर व्याप्त हो गया।
यह था मुख्य मकसद
- तहरीर में लिखा गया है कि इन उपद्रवियों का मुख्य मकसद विश्वविद्यालय में भय का माहौल बनाना अधिकारियों को मारना पीटना था।
- क्योंकि कुछ दिनों पूर्व सहायक प्राध्यापक तेजस जैकब ने दो छात्रों मोहम्मद सेफ सिद्दीकी एवं साखी अहमद के विरुद्ध अभद्रता जानलेवा हमले की प्राथमिकी नैनी थाने में दर्ज कराई थी।
- जिसे पूर्व सांसद एवं उपद्रवी वापस कराने का दबाव बराबर बनाए हुए थे।
- मारपीट करने वालों में निष्कासित छात्र मोहम्मद साहेब सहित दिव्यांशु कुंडल, सिराज नजीर आदि छात्र भी शामिल थे।
- उपद्रवी तत्वों इतने पर भी शांत नहीं हुए और पूर्व सांसद के काफिले की गाड़ी से डेयरी विभाग गए और वहां के चर्चे कब पर बंदूक की नोक पर कातिलाना हमला किया और उसका टेबलेट छीन लिया है।
- तेजस जैकब को घसीटकर उपाधि भी लोग बाहर ले जाने लगे किंतु भारी संख्या में छात्रों के कर्मचारियों के घटना स्थल पर पहुंचने में खिलाने से वे लोग तेजस्विता को छोड़कर भाग गए इस घटना की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग हुई और उसके फुटेज भी पुलिस को दिए गए हैं।
- तहरीर में लिखा गया है कि अतीक अहमद उनके साथ 70 असलहाधारी गुंडे शामिल है मोहम्मद सिद्दीक अहमद द्वारा लोक सेवकों को उनके कार्यों में बाधा डाली है इसलिए उस पर संगीन धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई थी।
हत्या का आरोपी है अतीक
- माफिया डॉन अतीक अहमद पर बसपा विधायक राजू पाल की ह्त्या का आरोप है।
- इसके अलावा उस पर हत्या, अपहरण और मारपीट के कई केस दर्ज हैं।
- बताया जाता है उसका इलाके में काफी दबदबा है इसके चलते पुलिस भी उससे डरती है और कार्रवाई करने में घबराती रहती है।