भले ही मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने सप्ताह में एक बार हर सरकारी विभाग में साफ सफाई का निर्देश दिया हो लेकिन शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों का बहुत ही बुरा हाल है। यह हम नहीं बल्कि आप से सामने वीडियो में कैद हुई यह तस्वीरें खुद बयां कर रही हैं। ताजा मामला इंदिरानगर इलाके का है यहां एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों से सफाईकर्मियों की तरह प्रधानाचार्य ने नाली साफ कराई।
बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़
- स्कूलों में शिक्षा का यह आलम है कि यहां बच्चों से तरह-तरह के काम कराये जाते हैं।
- सुबह जाते ही सबसे पहले प्रिंसिपल बच्चों के हाथों में झाड़ू थमा देते हैं।
- साफ-सफाई इतनी कि नालियां करवाते हैं।
- तस्वीरों में नाली साफ कर रहे यह बच्चे कहीं और नहीं बल्कि राजधानी के इंदिरानगर स्थित तकरोही प्राथमिक विद्यालय के हैं।
- यहां बच्चों से सफाईकर्मी का काम प्रधानाचार्य मीना कुमारी कराती मिलीं।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना कोई आज ही नहीं बल्कि रोज की है यहां बच्चे रोजाना साफ सफाई करते हैं।
- बच्चों से सफाई कराने का यह आलम शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी है।
- आखिर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले इन जिम्मेदारों के खिलाफ प्रशासन कोई कठोर कदम क्यों नहीं उठाता यह बड़ा सवाल है।
https://youtu.be/jTF9camq3i0
प्रिंसिपल के भी बिगड़े बोल
- हालांकि जब इस मामले में हमारे संवाददाता ने स्कूल की प्रिंसिपल मीना कुमारी से बात की तो उनका जवाब आया कि सफाई कर्मी नहीं मिलते हैं तो सफाई कौन करेगा।
- संवाददाता ने जब कहा कि स्कूल में बच्चे शिक्षा गृहण करने आते हैं या नाली साफ करने?
- इस पर प्रिंसिपल बनाते हुए कहा कि स्कूल के सामने अशोक नाम के व्यक्ति ने अपने घर के सामने महीनों से ईंटा लगा रखे हैं।
- इसकी वजह से स्कूल में पानी भर जाता है यही पानी बच्चे निकाल रहे थे।
- लेकिन तस्वीरों में बच्चे नाली साफ करते दिख रहे प्रिंसिपल के बयान का जवाब खुद दे रहे हैं।
- हालांकि प्रिंसिपल ने फोन कटने के बाद एक दूसरे नंबर पर संवाददाता को दोबारा फोन करके कहा कि उनसे नाली साफ कराने की गलती हो गई भविष्य में याद ऐसा नहीं होगा यह याद रहेगा।
क्या कहते है जिम्मेदार
- बच्चों से नाली साफ कराने के संबंध में जब लखनऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल की नाली बच्चों से नाली साफ कराने का किसी टीचर को अधिकार नहीं है।
- यह सरकार की मंशा के खिलाफ है, मामला संज्ञान में आया है।
- वीडियो में दिख रही तस्वीरों से लापरवाही साफ दिख रही है इसकी जांच करवाकर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
- बता दें कि यूपी में भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी काफी शख्त हैं लेकिन फिर भी कुछ लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
यह भी पढ़ें- सरकारी स्कूल में किताब की जगह बच्चों को थमाई जा रही है झाड़ू!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें