देश के बाकी हिस्सों की तरह उत्तर प्रदेश के (ballia flood victims) बलिया में भी घागरा नदी खतरे के निशान को पार कर 23 गावों में 12 हजार की आबादी तबाही का दंश झेलने को मजबूर है। अधिकारी ‘बाढ़ आया बहार आया’ के तर्ज पर काम कर रहे हैं। संवेदनहीन अधिकारी ठेकेदारों से मिलकर बोरियो में बोल्डर की जगह राबिष भरकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे है।
Reality Check वीडियो: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नहीं मिल रही सरकारी मदद
- गांव को बचाने के लिए बने परियोजना स्वीकृत होने के बाद भी धन नहीं मिलने का रोना रो रहे है।
- मुख्यमंत्री के निर्देश बाढ़ ग्रस्त इलाके का जायजा लेने और पीड़ितों को राहत सामग्री बाटने पहुंचे बलिया के प्रभारी और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी, सांसद रबिन्द्र कुशवाहा भूखे प्यासे बाढ़ पीड़ितों के सामने ही उनके बेबसी का मजाक उड़ाते नजर आये।
- उन्होंने बाढ़ राहत शिविर में ही मिठाई और दही का खूब लुफ्त उठाया।
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कागजों में बांटी जा रही राहत सामग्री
- जरा इस तस्वीर को गौर से देखिये ये तसवीर बांसडीह तहसील की ककरहट्टा गांव की है।
- यहाँ के लोग उफनाई घाघरा के कहर झेलने को मजबूर हैं।
- गांव को जोड़ने वाली सड़क नदी की तेज धारा से कट चुका है।
- फसल बर्बाद हो चुकी है घर में खाने को कुछ नहीं है। सरकार मुफ्त में राहत सामग्री बाटने का वादा कर कागजों में ही बांट रही है।
- ये आरोप गांव में ही रहने वाली पुष्पा सहित कई लोगों ने लगाए।
- गुस्साई घाघरा में नदी के किनारे नाव से बोरिया डालते तस्वीरें आप देखकर आप समझ रहे होंगे की गांव को बचाने का पूरा प्रयास हो रहा है मगर सच्चाई कुछ और है यहाँ अधिकारी बाढ़ आया बहार आया के तर्ज पर ठेकेदारों से मिलकर धन का बंदरबाट करने में लगे हैं।
- जब हमने संवेदनहीन अधिकारियों को इन बोरियो में पत्थर की जगह राबिष भरकर गांव को कटने से रोकने की तसवीर दिखाई।
- तो बाढ़ खंड के एक्सईएन बीके चतुर्वेदी इसे ख़राब लाट बताकर रिजेक्ट करने की बात कह रहे हैं।
- इनके बोल भी जरा सुनिये इनकी मने तो गांव को बचाने इनका टारगेट नहीं बंधे को बचाना इनका टारगेट है।
- क्योंकि इस गांव को बचाने के लिए परियोजना स्वीकृत होने के बाद भी सरकार से धन नहीं मिलने की बात कह रहे है।
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बाढ़ से 23 गांव की 12 हजार अबादी प्रभावित
- योगी सरकार के संवेदनहीन (ballia flood victims) मंत्रियों की तस्वीर आप खुद देखिये।
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाढ़ ग्रस्त इलाको का एनडीआरएफ की नाव से जायजा लेने और राहत सामग्री बाटने के लिए राहत शिविर पहुंचे बलिया के प्रभारी और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी, सांसद रविंद्र कुशवाहा ने बाढ़ पीड़ितों के सामने ही उनके बेबसी और लाचारी का मजाक उड़ाया।
- सभी ने राहत शिविर में ही वीवीआईपी अंदाज में मिठाइयां और पैकिंग वाले दही का भी खूब लुफ्त उठाया।
- मंत्री की माने तो अधिकारियो द्वारा धन की कमी की बात को गलत बताया और बाढ़ पीड़ितों को पूरी मदद का भरोसा दिलाया।
- वहीं एडीएम बलिया मनोज सिंघल ने बताया कि घागरा डेंजर लाइन को पार कर मचा रही है।
- तबाही से 23 गांव की 12 हजार की अबादी खासा प्रभावित है।
- तो 2 हजार हेक्टयर फसल भी बर्बाद हो चुकी है।
- एनडीआरएफ की 2 कंपनियों में तैनात 80 लोग पीड़ितों की मदद में लगे हैं।
- बाढ़ पीड़ितों को शासन के निर्देश के अनुरूप (ballia flood victims) पूरी मदद की जा रही है।
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