लखनऊ। राजधानी लखनऊ के चौक इलाके में स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला प्रकाश में आया है। (Woman Alive)
- यहां ट्रामा सेंटर में इलाज कराने आई पीड़िता को डॉक्टर ने चेकअप करने के बाद मृत घोषित कर दिया।
- लेकिन जब परिवार वाले मृतक समझकर महिला का शव ट्रामा सेंटर की कैजुअल्टी में ले गए तो वहां के डॉक्टरों ने मृत महिला को जिंदा घोषित किया और बताया कि महिला की सांसे चल रही हैं।
क्या है पूरा मामला? (Woman Alive)
- जहां एक तरफ यूपी सरकार स्वास्थ्य महकमे को लेकर काफी सजग नजर आ रही है।
- तो वहीं यूपी सरकार के मंसूबों पर पानी फेरते हुए ट्रामा सेंटर के डॉक्टर भी नजर आ रहे हैं।
- ताजा मामला लखनऊ के तालकटोरा का है।
- जहां एक परिवार 52 वर्षीय एक महिला का इलाज कराने ट्रामा सेंटर के मेडिसिन डिपार्टमेंट में पहुंचते हैं।
- जहां पर डॉक्टरों द्वारा महिला का चेकअप करने के बाद बुजुर्ग महिला को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया जाता है।
- जिसके बाद परिवारवाले उस मृत महिला का शव लेकर जब केजुअल्टी (पोस्टमॉर्टम हॉउस) में पहुंचते हैं और दूसरे डॉक्टरों द्वारा उस मृतक महिला ईसीजी किया जाता है।
- तो उस महिला की सांसे चलने लगती हैं।
डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही
- ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों की इतनी बड़ी लापरवाही कोई पहला केस नहीं है।
- इससे पहले भी ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों के ऊपर लापरवाही से लेकर गुंडागर्दी तक के आरोप लगे हैं।
- वहीं दूसरी तरफ इस मामले में जब परिवार वालों ने डॉक्टरों से मृतक महिला जो बाद में जिंदा हो गई।
- उसको देखने को कहा तो वहां मौजूद डॉक्टर पेशंट के साथ आए हुए परिवार के साथ बदतमीजी और मारपीट करने लगे।
- अब देखने वाली बात यह होगी कि जहां मेडिकल प्रशासन ट्रामा सेंटर के डॉक्टर और प्रशासन की तारीफ करते थकते नहीं है। (Woman Alive)
- क्या वह इन डॉक्टरों के ऊपर कोई कार्रवाई करेंगे कि नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.